अंबेडकरनगर:बता दें किराम चंद्र जायसवाल एक आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में काफी सक्रिय थे और उन्होनें शिक्षा विभाग और राजस्व सम्बंधी कई मामलों को लेकर आरटीआई दाखिल की थी, जिसमे लाखों रुपये का भ्रष्टाचार उजागर हुआ था, जिसके चलते बसखारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत शुकुल बाजार निवासी बसपा नेता राम चंद्र जयसवाल की शुक्रवार को दिनदहाड़े गोली मार हत्याकर दी गई थी.
अम्बेडकरनगर: बसपा नेता की हत्या में आरोपों के घेरे में आया प्रशासन - यूपी न्यूज
अंबेडकरनगर के बसखारी थाना छेत्र के बसपा नेता राम चंद्र जायसवाल की हत्या को लेकर अब प्रशासन पर ही सवाल उठने लगे हैं. पूर्व आईजी उदय शंकर जयसवाल ने प्रेस वार्ता में बताया कि शिक्षा विभाग और अल्पसंख्यक कल्याण के मिली भगत से हुए लाखों रुपये के घपले के खुलासे के डर से बसपा नेता की हत्या की गई है.
जानें पूर्व आईजी उदय शंकर ने प्रेस वार्ता में क्या कहा-
राम चंद्र जयसवाल के परिवार को सांत्वना देने आए पूर्व आईजी उदय शंकर जायसवाल ने प्रेस वार्ता कर स्पष्ट शब्दों में आरोप लगाया कि राम चन्द्र के आरटीआई से शिक्षा विभाग में तकरीबन 30 लाख रुपये का घपला सामने आया था. राजस्व को लेकर मांगी गई सूचना में दो तहसीलदार आरोपों के घेरे में हैं. डीएम ने तो यहां तक लिखा था कि विपक्षी को फायदा पहुंचाने के लिए कार्रवाई की गई है. यही नहीं सूचना आयोग दोनों तहसीलदारों पर जुर्माने भी लगा चुका है. शिक्षा विभाग और अल्पसंख्यक कल्याण की मिली भगत से लाखों रुपये का घपला हुआ है, जिसके खुलासे के डर से राम चंद्र जायसवाल की हत्या की गई.