उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

मिड-डे-मिल की कहानी, दूध में मिलता है पानी, अभिभावकों ने किया हंगामा - water mixing in milk of Mid Day Mill

अलीगढ़ के फरीदपुर प्राथमिक विद्यालय (Faridpur Primary School) में छात्रों को दूध में पानी मिला कर दिया गया. स्कूल की लापरवाही के चलते नाराज अभिभावकों ने जमकर किया गया.

बेसिक शिक्षा स्कूल
बेसिक शिक्षा स्कूल

By

Published : Sep 29, 2021, 2:14 PM IST

अलीगढ़ : जिले में बुधवार को अकराबाद के फरीदपुर प्राथमिक विद्यालय (Faridpur Primary School) में छात्रों को खराब मिड-डे-मील मिलने पर अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया. छात्रों का आरोप है कि उन्हें भोजन ठीक से नहीं मिलता है. बुधवार को दूध देने का टर्म था. फरीदपुर प्राथमिक विद्यालय में करीब डेढ़ सौ छात्र हैं. आरोप है कि 4 लीटर दूध लिया जाता है, जिसमें 2 लीटर पानी मिला दिया जाता है. फिर बच्चों को दूध दिया जाता है. हालांकि डेढ़ सौ बच्चों को करीब 20 लीटर दूध मिलना चाहिए, लेकिन बच्चों ने अपना गिलास दिखाया, जिसमें आधे से भी कम ग्लास में दूध भरा हुआ था. बच्चों ने जब इसकी शिकायत अभिभावकों से की को बताया. उसके बाद फिर स्कूल में हंगामा खड़ा हो गया.

फरीदपुर प्राथमिक विद्यालय की लापरवाही

छात्रों ने बताया कि यहां दूध में पानी मिलाकर खानापूर्ति की जाती है. वहीं खराब चावल और भूसी की बनी रोटी दे दी जाती है. छात्रों को यहां पानी की सुविधा भी नहीं है. इतना ही नहीं टॉयलेट जाने के लिए बच्चों को बाहर जाना पड़ता है, जबकि स्कूल में बना टॉयलेट टीचर यूज करते हैं. छात्र शिक्षकों से कुछ कह नहीं पाते हैं, लेकिन बुधवार को बच्चों ने जब अपने घर पर मिड-डे-मील की हकीकत बताई तो अभिभावक स्कूल पहुंचकर हंगामा करने लगे और बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शिकायत की.

अभिभावक रफन खान ने बताया कि पिछले 15 साल से स्कूल का विकास नहीं हुआ है. सरकार स्कूलों में सुविधाएं तो दे रही है, लेकिन छात्रों को इसका लाभ नहीं मिल रहा. तक पहुंच नहीं रहा है. स्कूल में जो खाने का सामान आता है उसमें बहुत खामियां होती है. कोरोना और डेगू काल में बच्चों को कोई सुविधा नहीं दी गई है. जहां बच्चों को खाने में 100 ग्राम चावल मिलने चाहिए. वहां 20 ग्राम ही मिलता हैं. वहीं अगर 2 लीटर दूध आता है तो उसमें 4 लीटर पानी मिलाकर बच्चों को दिया जाता है. छात्र फहद ने बताया रोटी बहुत कम मिलता है और खाना सही नहीं दिया जाता है. इसके साथ ही टॉयलेट के लिए पड़ोस में जाना पड़ता है.

इसे भी पढ़ें- बेसिक स्कूल में बंट रहे कच्चे चावल और पानी जैसी सब्जी पर हंगामा, बीएसए ने दिए जांच के आदेश

छात्रा प्रतिभा ने बताया कि सब्जी और रोटी बहुत कम दिया जाता है और दूध आधे गिलास से भी कम दिया जाता है. प्रतिभा ने बताया कि खाना सही नहीं बनता है. छात्रा परवीन ने बताया कि चावल उबले हुए मिलते हैं, जिसमें न नमक होता है न मिर्च होती है. आपको बतां दे कि इससे पहले भी अकराबाद इलाके में सरकारी स्कूल में मिड-डे-मिल को लेकर अभिभावकों ने हंगामा किया था, जिसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूल के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे. वहीं फिर से बेसिक स्कूल में मिड-डे-मिल में बड़ी लापरवाही देखने को मिली है.

इस मामले में विद्यालय की प्रधानाचार्य बानो ने बताया कि खाने की व्यवस्था गांव के प्रधान देखते हैं. कई बार खाने को लेकर शिकायत भी की गई, लेकिन कोई असर नहीं हुआ. उन्होंने बताया कि प्रधान जैसा भोजन मुहैया कराते हैं वैसा ही छात्रों को मिलता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details