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अलीगढ़ में बाढ़ से परेशान लोग, प्रशासन पर झूठे आश्वासन का आरोप

यमुना नदी के जलस्तर के खतरे के निशान को पार करते ही अलीगढ़ के कई गांवों में पानी घुस गया. कई इलाकों में बाढ़ के चलते किसानों की फसल चौपट हो गई. लोग अपने पशुओं और उनके चारे को लेकर भी परेशान है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर झूठा आश्वासन देने का आरोप लगाया है.

Aligarh flood news
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Published : Jul 13, 2023, 10:25 AM IST

Updated : Jul 13, 2023, 11:18 AM IST

बाढ़ से प्रभावित ग्रामीण राहत सुविधा नहीं मिलने की कह रहे बात.

अलीगढ़ः यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिससे अलीगढ़ भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. जिले के 6 से अधिक गांवों पानी घुस गया है. यहां रहने वाले ग्रामीण घर में पानी घुसने से परेशान हैं. किसानों की फसलें और सब्जियां नष्ट हो गई हैं, जिससे उनको काफी नुकसान हुआ है. ग्रामीणों को अपने पशुओं के लिए चारे की भी समस्या हो रही है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासनिक अमला जल स्तर का निरीक्षण और बाढ़ चौकी को देखकर लौट जा रहा है. उन्हें अभी तक कोई राहत सुविधा नहीं मिल रहा है.

अलीगढ़ में 6 से अधिक गांवों में घुसा पानी.

दरअसल, बीते दिनों भारी बारिश के चलते यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार गया. इससे अलीगढ़ में टप्पल विकासखंड के किशनगढ़, महाराजगंज, पखोदना, ऊंटासानी, शेरपुर और मालव समते कई इलाका में यमुना के पानी से जलमग्न हो गया. अधिकारियों का कहना है कि यमुना के जलस्तर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. जल स्तर के 24 घंटे निगरानी के लिए कहा गया है. बाढ़ चौकियों को भी सक्रिय किया गया है. यमुना में जब जलस्तर बढ़ाता है, तो इसके किनारे बसे करीब 14 गांव में पानी घुस जाता है. वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें जिला प्रशासन दूसरी जगह शिफ्ट करने की बात कर रहा है. लेकिन, उनके पशुओं के रहने और चारे का कोई इंतजाम नहीं है. ग्रामीणों ने अलीगढ़ के अधिकारियों पर झूठा आश्वासन देने का आरोप लगाया है.

लोगों के घरों में भी घुसा पानी.

महाराजगढ़ की रहने वाली देवेंद्री ने बताया कि पटवारी और बड़े अधिकारी यहां आते हैं. लेकिन, कुछ नहीं करते. किसान राकेश कुमार ने बताया कि गांव के चारों तरफ पानी फैल चुका है. लेकिन, प्रशासन की तरफ से कोई सुविधा नहीं दी गयी है. जिला प्रशासन के लोग आते हैं और घूम कर चले जाते हैं. उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए कहते हैं. लेकिन, गाय-भैंसों को कहां लेकर जाया जाए. चारे की व्यवस्था भी करना जरूरी है.

ग्रामीणों को लेकर परेशान.

इस दौरान एक महिला किसान मीरा ने बताया कि वो अपनी सब्जियों की फसल तोड़ कर ले जा रही हैं, क्योंकि जल्द ही उनकी फसलों में पानी घुसने वाला है. मीरा ने कहा कि 'डेढ़ लाख रुपये की फसल को नुकसान पहुंचा है. जिला प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली है. हम लोग बाढ़ से परेशान हैं.' किशनपुर के नवरंग सिंह ने बताया कि फसल और सब्जी डूब गई. जिला प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है. नवरंग सिंह ने कहा कि हम खतरों के बीच में रह रहे हैं. किशनगढ़ की पार्वती ने बताया कि यमुना का जलस्तर बढ़ने से किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. वहीं, एडीएम वित्त एवं राजस्व मीनू राणा ने बताया कि बाढ़ को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है. कंट्रोल रूम के साथ ही बाढ़ चौकियों पर निगरानी की जा रही है. बाढ़ से प्रभावित लोगों को सतर्क किया गया है.

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Last Updated : Jul 13, 2023, 11:18 AM IST

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