उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस छात्रों ने स्वदेश में ही अधूरी पढ़ाई पूरी कराने की मांग उठाई

By

Published : Jun 26, 2022, 10:29 PM IST

रविवार को अलीगढ़ में यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस छात्रों ने अपनी कई मांंगो को लेकर जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्श किया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि संवैधानिक अधिकार के तहत यूक्रेन से लौटे छात्रों की शेष मेडिकल की पढ़ाई स्वदेश में ही पूरी कराई जाए.

यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस छात्रों ने अलीगढ़ में विरोध प्रदर्शन किया
यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस छात्रों ने अलीगढ़ में विरोध प्रदर्शन किया

अलीगढ़ :यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस छात्रों ने रविवार को अपनी कई मांंगो को लेकर अलीगढ़ में जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्श किया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि संवैधानिक अधिकार के तहत यूक्रेन से लौटे छात्रों की शेष मेडिकल की पढ़ाई स्वदेश में ही पूरी कराई जाए. अपनी कई मांगों को लेकर ये छात्र पिछले 3 महीने से सरकार से शांतिपूर्ण मांग कर रहे हैं.

गौरतलब है कि यूक्रेन में पढ़ाई करने गए कई भारतीय छात्र रूस-यूक्रेन यूद्ध के दौरान विदेश में फंस गए थे. ऐसे में यूक्रेन से लौटे कई छात्रों की पढ़ाई अधूरी रह गई. इन छात्रों को पीएम मोदी ने भी आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक उनकी पढ़ाई पूरी कराने के लिए कोई कवायद नहीं की गई. रविवार को छात्र अक्रोशित हो गए, उन्होंने सरकार को आगाह किया कि शांति वीर बने हुए भावी डॉक्टरों को क्रांतिवीर बनने पर मजबूर न किया जाए.

यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस छात्रों ने अलीगढ़ में विरोध प्रदर्शन किया
जंतर मंतर पर हो रहे विरोध प्रदर्शन में देश के 10 राज्यों से आए यूक्रेन रिटर्न्ड मेडिकल छात्रों ने शाम तक प्रदर्शन जारी रखा. विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने पैदल मार्च निकालकर पीएम मोदी को संबोधित ज्ञापन सरकार के प्रतिनिधि को सौंपा. इस दौरान पेरेंट्स एसोसिएशन ऑफ यूक्रेन एमबीबीएस स्टूडेंट्स(पीएयूएमएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरबी गुप्ता, राष्ट्रीय महासचिव पंकज धीरज, यूपी कॉर्डिनेटर डॉ. विश्व मित्र आर्य, डॉ. मनवीर सिंह, आमोद उपाध्याय, भानु प्रताप सिंह सहित 200 से अधिक छात्र और उनके अभिवावक मौजूद रहे.

प्रदर्शन में शामिल यूक्रेन रिटर्न छात्रों के अभिभावकों ने का कहना है कि 4 माह बीत जाने के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा अभी तक छात्रों की पढ़ाई के लिए कोई निर्णय नहीं लिया गया है. अगर ऐसा ही रहा, तो कर्ज लेकर बच्चों को पढ़ाने वाले अभिभावक आत्मदाह करने के लिए मजबूर हो जाएंगे. इसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी.

इसे पढ़ें- लोकसभा उपचुनाव पर पीएम से लेकर सीएम ने ये कहा, पढ़ें अन्य नेताओं की प्रतिक्रियाएं

ABOUT THE AUTHOR

...view details