अलीगढ़: जिला प्रशासन ने 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं. पीठासीन अधिकारी से लेकर स्टेटिक मजिस्ट्रेट तक को मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित कर रहे हैं. शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में 172 सेक्टर मजिस्ट्रेट को प्रशिक्षण दिया गया. वहीं मतदान केंद्रों पर पानी, बिजली और रैंप की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं.
लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कर्मियों को दी जा रही ट्रेनिंग
यूपी के अलीगढ़ में जिला प्रशासन ने लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरु कर दी हैं. इसे लेकर जिले में चुनाव कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. ट्रेनिंग के दौरान ईवीएम मशीन और वीवीपैट के पार्ट्स के बारे में बताया जा रहा है.
आचार संहिता लागू होने से पहले प्रशासन का सारा ध्यान चुनाव की तैयारियों पर फोकस है. इस बार करीब 15 हजार कर्मचारी और अधिकारी चुनाव करवाएंगे. इनमें से कुछ कर्मियों को रिजर्व में भी रखा जाएगा, जिनसे आपात स्थिति में चुनावी काम लिया जा सके. मतदाता सूची जारी होने के बाद भी युवाओं एवं अन्य मतदाताओं के पास वोटर बनने का आखिरी मौका बाकी है. नामांकन से पहले तक नए मतदाताओं के नाम सूची में शामिल किए जा सकते हैं. इसके लिए उन्हें बीएलओ के पास जाकर फॉर्म 6 भरना होगा. वहीं घर बैठे ऑनलाइन आवेदन भी किए जा सकते हैं.
अलीगढ़ में कुल 3020 मतदेय स्थल और 1643 मतदान केंद्रों पर चुनाव होंगे. साथ ही कुल 18 लाख 76 हजार 818 मतदाता इलाके के सांसद को चुनेंगे. इनमें से 18 से 19 वर्ष तक के करीब 32 हजार मतदाता लोकसभा चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे. आने वाले चुनावों के लिए बैलट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट पर्याप्त संख्या में मौजूद हैं. प्रशिक्षण के दौरान चुनाव कर्मियों को ईवीएम मशीन और वीवी पैट के पार्ट्स के बारे में बताया जा रहा है. साथ ही ईवीएम मशीन में गलती आने पर उसे ठीक करने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है.