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अलीगढ़: सेक्स वर्करों के पुनर्वास के लिए किया जा रहा है सर्वे

जिले में चोरी-छिपे वेश्यावृत्ति का धंधा चल रहा है. लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाई है. जिले की 3 महिला अधिकारियों ने यहां करीब 100 से अधिक सेक्स वर्करों का सर्वे कर डाटा एकत्र किया है, ताकि महिलाओं को इस गोरखधंधा से बाहर निकला जा सकें.

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Published : Jul 5, 2019, 11:59 AM IST

अलीगढ़.

अलीगढ़:हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जिले के मदार गेट इलाके में वेश्यावृत्ति का धंधा अभी भी फल फूल रहा है. इससे यहां के रहने वाले लोग परेशान हैं. लोग अपना पता बताने से भी कतराते हैं कि हम मदार गेट इलाके में रहते हैं. लोग नहीं चाहते कि वैश्यावृत्ति का धंधा यहां हो. लेकिन आजादी के पहले से यह गंदा धंधा यहां चल रहा है.

जिले में सेक्स वर्करों का सर्वे किया जा रहा है.

हाई कोर्ट के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने यहां सख्ती की और यहां की गलियों में ताले लग गए. गलियों में सन्नाटा छा गया. लेकिन इन गलियों में आने जाने वालों की कमी नहीं है. चोरी-छिपे यह धंधा चल रहा है.


टीम कर रही सर्वे

  • मदार गेट इलाके में अलीगढ़ जिले की 3 महिला अधिकारियों ने सर्वे किया है. यहां करीब 100 से अधिक सेक्स वर्करों का डाटा एकत्र किया गया है.
  • टीम का नेतृत्व महिला अधिकारियों ने ही किया, जिसमें एसीएम टू अंजुम बी, जिला प्रोबेशन अधिकारी स्मिता सिंह व नीतू रेड लाइट एरिया में पहुंचीं.
  • एसीएम टू व जिला प्रोबेशन अधिकारी के पहुंचने पर डर की वजह से वहां की महिलाएं घरों से नहीं निकलीं.
  • एसीएम टू व डीपीओ ने स्वयं पहल करते हुए महिलाओं के घरों में अंदर पहुंचीं.
  • उन्होंने महिलाओं को अपनेपन का एहसास करते हुए आश्वस्त किया कि वह उनके अच्छे जीवन-यापन के लिए सर्वे करने आई हैं.
  • सर्वे के समय महिला अधिकारियों व उनकी टीम ने घर-घर जाकर 25 परिवारों के लगभग 100 से अधिक सदस्यों का विवरण एकत्रित किया.

मजबूरी में कर रही यह धंधा

  • दर्द व मजबूरी के चलते कुछ महिलाओं ने यह धंधा अपनाया.
  • हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाई तो जिला प्रशासन अब इनके पुनर्वास के लिए सर्वे करा रहा है ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ इन्हें मिल सकें.
  • देश में वैश्यावृत्ति की कई गलियां है. जहां दिन ढलते ही घुंघरू की झंकार इस कदर झनकती है कि बाकी के शोर दब जाते हैं.
  • इनके अच्छे जीवन-यापन के लिए अब बदलाव की नई इबारत लिखी जा रही है.

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