अलीगढ़ : गन्ना किसानों ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में जमकर हंगामा किया. दरअसल साथा चीनी मिल(Satha Sugar Mill) नहीं चलने से गन्ना किसान परेशान हैं. अलीगढ़ में एकमात्र साथा चीनी मिल है, जो पिछले कई वर्षों से जर्जर अवस्था में है. गन्ना किसानों से कहा गया था कि चीनी मिल नवंबर महीने में सही हो जाएगी लेकिन चीनी मिल बंद पड़ी है और गन्ना किसान परेशान हैं. साथा चीनी मिल को चलवाने के लिए किसान जिलाधिकारी से मिलने के लिये कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी से नोक-झोंक होने पर किसान उग्र हो गये.
किसान इस मौसम में गन्ने की कटाई कर गेहूं की रोपाई करना शुरु करता है. लेकिन, अभी तक साथा चीनी मिल बंद होने की वजह से किसानों का गन्ना कट नहीं पाया है. इस बारे में जिला प्रशासन कोई जानकारी नहीं दे रहा है कि चीनी मिल कब शुरू होगी. गुरुवार को भारी संख्या में किसान कलेक्ट्रेट के अंदर घुस गये. इसके बाद एडीएम सिटी राकेश पटेल ने किसानों को कलेक्ट्रेट गेट से बाहर जाने के लिये कहा. इससे किसान भड़क गये और कलेक्ट्रेट में ही धरने पर बैठ गये.
अलीगढ़ का साथा चीनी मिल करीब 50 साल पुराना है और चीनी मिल की मशीन जर्जर हो चुकी है. इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव शैलेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि नई चीनी मिल की मांग की जा रही है. इसको लेकर गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने अनुपूरक बजट आने तक किसानों को इंतजार करने के लिए कहा है. कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा अलीगढ़ के प्रभारी मंत्री भी हैं. किसान नेता डॉ. शैलेन्द्र पाल सिंह कहते हैं कि जिला प्रशासन से ही जर्जर साथा चीनी मिल को चलाने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि गन्ना किसान बहुत परेशान हैं.
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