अलीगढ़:जनपद में बुधवार को सुभाष चौक को तोड़े जाने को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध किया. दरअसल, स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर शहर में कई जगह तोड़फोड़ की जा रही है. इससे पहले भी जन नायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा को हटाए जाने का लोगों ने विरोध किया था. वहीं आज सुभाष चौक को तोड़ने को लेकर लोग विरोध पर उतर आए.
लोगों ने बताया कि बिना किसी पूर्व सूचना के ही सुभाष चौक को तोड़ दिया गया और इस पर लगे पत्थर को भी नहीं बख्शा गया. लोगों के विरोध को देखते हुए मौके पर पुलिस फोर्स पहुंच गई और नगर निगम के साथ ही यह एसीएम प्रथम अंजुम बी भी मौके पर पहुंचकर नाराज लोगों को शांत किया और दोबारा सुंदरीकरण कर पुनः पत्थर लगाए जाने के आश्वासन पर शांत हुए. वहीं, स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर 24 घंटे में सुभाष चौक का निर्माण नहीं शुरू हुआ तो धरने पर बैठेंगे.
डीएम आवास और घंटाघर से कुछ दूरी पर ही आजादी की 50वीं वर्षगांठ पर सुभाष चौक का निर्माण कराया गया था. उस समय अहिंसा फाउंडेशन के लोगों ने चंदा एकत्र कर इस चौराहे को खूबसूरत रूप दिया था. इस चौक को निर्माण कराने में सरकार का कोई पैसा नहीं खर्च हुआ था. अलीगढ़ का पहला चौक बना था जो राष्ट्रीय नेता सुभाष चंद्र बोस के नाम पर बनाया गया था. इसका उद्घाटन देश के पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने किया था.
अहिंसा फाउंडेशन के डॉ. राकेश सक्सेना ने बताया कि नगर निगम ने जब भी कोई काम कराया. तब सूचित किया, लेकिन इस बार सौंदर्यीकरण के नाम पर चौराहों और पार्कों पर तोड़फोड़ की जा रही है, लेकिन इसकी कोई सूचना नहीं दी गई. राकेश सक्सेना ने कहा कि एक तरफ हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं तो दूसरी तरफ नेताजी सुभाष चंद्र बोस चौक को तोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर सौंदरीकरण करा रहे हैं तो संस्था को भी अवगत कराना चाहिए. डॉ. राकेश सक्सेना ने बताया कि अगर 24 घंटे में निर्माण नहीं किया तो धरना प्रदर्शन पर बैठेंगे. वहीं कर्पूरी ठाकुर चौराहे पर लगी मूर्ति को भी हटाया गया. वह भी बिना जानकारी के हटाया गया.