अलीगढ़: कानपुर में महिलाओं पर और जामिया में पार्लियामेंट जा रहे छात्रों पर पुलिस की लाठीचार्ज के खिलाफ एएमयू छात्रों ने लाइब्रेरी कैंटीन से बाबे-ए-सैय्यद गेट तक प्रोटेस्ट मार्च निकाला. इस दौरान छात्रों ने हाथों में कैंडल लेकर सरकार की नीतियों का विरोध कर नारेबाजी की. छात्रों का कहना है कि अगर प्रोटेस्ट से सरकार घबराती है तो बातचीत का रास्ता अपनाएं, उन्हें मारने से कुछ हासिल नहीं होगा. छात्रों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसीएम रंजीत सिंह को सौंपा और सीएए का विरोध कर रहे लोगों को जेल से छोड़े जाने की मांग भी की.
अलीगढ़: AMU में छात्रों ने निकाला कैंडल मार्च, छात्रों पर हुए लाठीचार्ज का जताया विरोध
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में कानपुर और जामिया में छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ प्रोटेस्ट मार्च निकाला गया. इस दौरान विरोध कर रहे छात्रों की मांग थी कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे लोगों को जेल से रिहा किया जाए.
लाठीचार्ज के खिलाफ छात्रों ने निकाला मार्च
एएमयू छात्रा सामिया ने कहा कि यह अशिक्षित लोगों की सरकार है, इसलिए बातचीत से डरती है. सामिया ने कहा कि जो मौलिक अधिकारों के लिए प्रोटेस्ट कर रहे हैं, हम उनके साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि प्रोटेस्ट करने वालों पर जो दमन हो रहा है, उससे साबित होता है कि सरकार परेशान है और हम जब तक सड़क पर रहेंगे, तब तक सरकार हमारी बात सुनने के लिए नहीं आती है.
वहीं छात्र हासिर ने कहा कि सरकार निर्दयता से प्रोटेस्ट करने वालों का दमन कर रही है. शांतिपूर्वक तरीके से लोग विरोध कर रहे हैं, लेकिन पुलिस की गुंडागर्दी है कि सरकार के खिलाफ कोई प्रोटेस्ट नहीं किया जा सकता. छात्र अबू शाहिद दिलबर सिद्दीकी ने कहा कि कानपुर और जामिया में जो लाठीचार्ज किया गया है, हम उसकी निंदा करते हैं. शांतिपूर्वक प्रोटेस्ट करने वालों पर लाठी चार्ज करवाया जा रहा है, इसलिए हम लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर सरकार की दमनकारी नीतियों का विरोध जताया है.