अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में लगी जिन्ना की तस्वीर को पाकिस्तान भेजने के सांसद सतीश गौतम के बयान को लेकर एएमयू छात्रों ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. छात्रों ने कहा कि जब चुनाव नजदीक होते हैं तो भाजपा सांसद को जिन्ना की याद आने लगती है. हालांकि भाजपा के एमएलसी मानवेंद्र प्रताप सिंह ने जिन्ना की तस्वीर हटवाने का दारोमदार सांसद सतीश गौतम पर ही डाल दिया है. कहा है कि सांसद ही तस्वीर को हटवाने पर कार्रवाई करेंगे. बता दें कि दो साल में जिन्ना की तस्वीर AMU से नहीं हटा पाने पर कुछ दिन पहले सांसद सतीश गौतम ने कहा था कि विश्वविद्यालय के छात्र संघ भवन को बंद रखा गया है. जल्द ही छात्र संघ भवन से जिन्ना की तस्वीर को हटवाएंगे.
एएमयू के छात्र नेताओं ने भाजपा सांसद के बयान की निंदा की है. छात्र नेताओं ने कहा है कि सांसद संसद में कानून बनाकर जिन्ना की तस्वीर को हटवाने का काम करें. छात्र नेता फरहान जुबैरी ने कहा कि अगर कोई झगड़े की चीज है तो उसे बढ़ावा नहीं देना चाहिए और जिन्ना की तस्वीर हटाने के लिए कभी मना नहीं किया है. लेकिन कई सवाल उठते हैं कि आखिरी झगड़ा एएमयू में ही क्यों हो रहा है? मुंबई के जिन्ना हाउस और संसद भवन में भी जिन्ना की तस्वीरें लगी है, जिसको नहीं हटाया गया है. यह तस्वीर आजादी से पहले लगाई गई है और उस समय मोहम्मद अली जिन्ना हिंदुस्तान में ही रहते थे.
एएमयू को राजनीति का अड्डा न बनाएं
छात्र नेता फरहान जुबैरी कहते हैं कि जो चीज इतिहास में दर्ज है, उसे खत्म नहीं किया जा सकता. फरहान बताते हैं कि 2022 का चुनाव आ रहा है. इसलिए हिंदू-मुस्लिम मुद्दों को उठाया जा रहा है. भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है. केवल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ही दिखाई देता है. सांसद सतीश गौतम भी उसी राह पर चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि सांसद जनप्रतिनिधि हैं और एक बहुत बड़े ओहदे पर है. उस औहदे का सम्मान रखें. समाज और जनता की सेवा करें. जिन्ना पर राजनीति न करें. एएमयू पढ़ाई-लिखाई की जगह है. इसे राजनीति का अड्डा न बनायें.