अलीगढ़: इगलास (सुरक्षित) विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी सुमन दिवाकर का नामांकन रद्द कर दिया गया है. सुमन दिवाकर समय से नामांकन पत्र के साथ फार्म बी नहीं जमा कर पाईं. सोमवार को नामांकन के आखिरी दिन बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार सहयोगी, राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी सुमन दिवाकर सहित अन्य छह प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था. सुमन दिवाकर का नामांकन रद्द होने के बाद जाट बाहुल्य कहे जाने वाली इगलास सीट का चुनावी गणित बिगड़ सकती है. मंगलवार को नामांकन कैंसिल होने के बाद रालोद प्रत्याशी संग समर्थकों ने कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन कर नारे लगाए.
राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी सुमन दिवाकर का नामांकन हुआ रद्द. पढ़ें:- अलीगढ़: इगलास विधानसभा सीट पर भाजपा और राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी ने किया नामांकन
आरएलडी प्रत्याशी सुमन दिवाकर ने बताया मेरे पर्चे में कोई कमी नहीं थी और न कोई कारण था. बस जो कुछ भी है सरकार का कारण रहा है. सांसद और बीजेपी विधायक यहां पर सभी मौजूद थे. हमारे दो आदमियों को अंदर नहीं जाने दिया गया. हमारे प्रस्तावक जो अंदर गए थे, उन्हें भी बाहर निकाल दिया था. उन्हीं के पास मेरा भी फार्म था. मैं 2 बजकर 34 मिनट पर अंदर पहुंच गई थी. मैंने गेट से कहा बी फार्म दे दो, लेकिन मेरी एक नहीं सुनी. उन्होंने तुरंत गेट लगा दिया. मैंने बहुत बार कहा कि मेरा यह बी फार्म है तो उन्होंने कहा कि अब नहीं जमा होगा. यह सरकार की तानाशाही है. सरकार ने लोकतंत्र की सरेआम हत्या की है. सरकार ने अपनी नीतियों के षड्यंत्र से हमारा पर्चा खारिज कर दिया है.
चुनाव अधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि रालोद प्रत्याशी श्रीमती सुमन देवी द्वारा जो नॉमिनेशन फॉर्म जमा किया गया था, उसमें प्रस्तावक का लिखित नाम मध्य स्थल संख्या क्रमांक में उसमें उनका नमा नहीं था. दूसरी कमी यह थी कि प्रारूप 26 का जो एफिडेविट होता है उसके सभी कागज पूरे होने चाहिए, लेकिन उनका एफिडेविट इनकंप्लीट था. इसकी सूचना उनको लिखित रूप से कल दी गई थी कि आप अपना एफिडेविट कंप्लीट कर सभी कॉलम पूरे करके लाइए, वह उन्होंने नहीं किया. तीसरा जो पॉलिटिकल पार्टी होती है, जो प्रारूप का औखा देती है. नॉमिनेशन के टाइम तीन बजे तक वह देना होता है. सुमन देवी द्वारा प्रारूप का डिटेल उपलब्ध नहीं कराया गया. इन तीन कारणों से उनका नॉमिनेशन रिजेक्ट किया गया है.