अलीगढ़: जिले के मथुरा रोड पर स्थित गिन्दोली गांव के समीप गंग नहर की पटरी के अचानक कट जाने से हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई, जिसकी वजह से आस-पास के गांव बादामपुर, गिन्दोली, करथला और बलरामपुर गांव समेत करीब आधा दर्जन गांवों में पानी पहुंच गया. जिससे गुस्साए किसानों ने सिंचाई विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.
ग्रामीणों का कहना है कि नहर की सफाई ठीक से नहीं हुई. इसकी वजह से नहर में पानी का ओवरफ्लो होने की वजह से नहर की पटरी कट गई. जिसके कारण खेतों में खड़ी सैकड़ों बीघा फसल के जलमग्न होने से किसान बर्बाद हो गए. नहर की पटरी कटने की सूचना पर इगलास एसडीएम समेत सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.
मामला जिला अलीगढ़ के तहसील इगलास में स्थित मथुरा रोड पर स्थित गंग नहर का है. बीती देर रात्रि नहर में तेज प्रभाव से पानी आने के कारण पटरी कट जाने से हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई. जिसमें आसपास के किसानों की पूरी तरह फसल तबाह हो जाने से किसान परेशान नजर आ रहे हैं और गुस्साए किसानों ने सिंचाई विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.
किसानों का साफ तौर पर कहना है नहर में ज्यादा पानी छोड़ जाने के कारण नहर की पटरी कट गई थी, जिसके कारण उनकी फसल तबाह हो गई है. सिंचाई विभाग की लापरवाही के चलते किसानों की फसल तबाह हो गई है. आक्रोशित अन्न दाताओं के द्वारा जमकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग को नहर में ज्यादा पानी छोड़ने से पहले पूरी नहर का निरीक्षण करना चाहिए था, जिससे किसी भी असमंजस की स्थिति में आकलन लगाया जा सके, लेकिन सिंचाई विभाग के द्वारा ऐसा नहीं किया. इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. यही कारण है आज उनकी हजारों बीघा फसल जलमग्न होकर तबाह हो गई है. उनके द्वारा शासन से मदद की आस लगाई है. अब देखना यह होगा पीड़ित किसानों को किसी भी तरह का प्रशासन के द्वारा लाभ दिया जाएगा या नहीं. वहीं, नहर कटने की सूचना पर इगलास एसडीएम अनिलकुमार समेत सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए.
मौके पर पहुंचे इगलास एसडीएम अनिल कुमार का कहना है कि जानकारी मिली थी नहर का कटान हो गया है तभी हम लोग यहां पर आए थे. जेसीबी मशीन लेकर सिंचाई विभाग के जेई भी मौके पर आ गए हैं. इसके बगल में जो नहर सुखी है. उसमें दूसरी नहर का कटान कराके पानी छोड़ा जा रहा है और जहां पर पानी का कटान हुआ है वहां पर बोरियों में मिट्टी भरवा कर बांस बल्ली लगाकर पानी के कटान को बंद कराया जा रहा है.
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