अलीगढ़ः छपाक फिल्म के प्रमोशन के लिए दीपिका ने दिन रात एक कर दिया है. जेएनयू जाना भी प्रचार का एक हिस्सा माना जा रहा है. वहीं अलीगढ़ में सिनेमा हॉलों पर दीपिका की फिल्म छपाक के पोस्टर भी नहीं लग सके. वहीं सिनेमा हाल संचालक भी हाथ पीछे खींचते हुए दिख रहे हैं. क्योंकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और अन्य हिंदूवादी संगठनों ने फिल्म के बहिष्कार का बोर्ड सिनेमा घरों पर लगा दिया है.
छपाक फिल्म के विरोध में लगे पोस्टर. टुकड़े गैंग के साथ खडी हैं दीपिका
एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि दीपिका टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ खड़ीं थी. इसीलिए फिल्म का बायकाट किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर भी यह ट्रेंड कर रहा है. वहीं एएमयू छात्र दीपिका की फिल्म के साथ खड़ें हैं. ABVP के बहिष्कार से सिनेमा संचालक असमंजस में हैं और अपना रुख स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं.
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एबीवीपी के प्रदेश महामंत्री सीटू चौधरी का कहना है कि छपाक फिल्म का बहिष्कार करेंगे, क्योंकि दीपिका देश को बांटने वालों के साथ खड़ी नजर आईं थीं. वह अपनी लोकप्रियता के लिए देश विरोधी ताकतों के साथ खड़ी हुई है. अलीगढ़ में सिनेमा घरों के बाहर चेतावनी लिखी गई है कि छपाक फिल्म नहीं चलने देंगे. एबीवीपी और हिन्दूवादी संगठन फिल्म का बहिष्कार कर रहे हैं.
अच्छे मुद्दे पर बनी है फिल्म
एएमयू में इतिहास विभाग के शोधार्थी हैदर सैफुल्ला ने बताया कि एबीवीपी की सोच बहुत छोटी है. फिल्म बहुत अच्छे मुद्दे पर बनी है. इस फिल्म को ज्यादा से ज्यादा लोगों को देखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह इंसानियत की बात है कि दीपिका जेएनयू के सपोर्ट में खड़ीं है. फिल्म का बायकाट करना गलत है. अगर वे हिंसा के खिलाफ जाकर के उनके साथ खड़ी हुई है अगर दूसरे लोग फिल्म का बायकाट कर रहे हैं तो यह गलत है.