अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एनआरसी, सीएए का विरोध करते हुए छात्रों ने मौलाना आजाद लाइब्रेरी से बाबे सैय्यद गेट तक तिरंगा यात्रा निकाली. इस दौरान छात्रों ने पुलवामा के शहीदों को याद किया. छात्रों ने इंडियन आर्मी जिंदाबाद के नारे लगाये. वहीं प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारे भी लगाये.
अलीगढ़: शायर हाशिम फिरोजाबादी का बयान, कहा, 'देश में केवल नफरतों का विकास हुआ है' - poet hashim firozabadi reached aligarh university
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय पहुंचे शायर हाशिम फिरोजाबादी ने बाबा सैयद गेट पर सीएए और एनआरसी के खिलाफ छात्रों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज देश में जो विकास हुआ है, वह केवल नफरतों का हुआ है. देश को सीएए व एनआरसी की जरूरत नहीं है.
इस मौके पर शायर हाशिम फिरोजाबादी ने बाबा सैयद गेट पर सीएए के खिलाफ छात्रों को संबोधित किया और कहा कि आज देश में जो विकास हुआ है वह केवल नफरतों का हुआ है. देश को सीएए व एनआरसी की जरूरत नहीं है. देश को रोजगार, तालीम, मोहब्बत की जरूरत है. देश की आर्थिक व्यवस्था बिगड़ रही है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ बंकिम चंद्र चटर्जी ने कहा था वंदे मातरम और दूसरी तरफ हसरत मोहानी ने इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाये थे. इन नारों से अंग्रेजों की रूह कांपती थी. सीएए व एनआरसी इस देश की खूबसूरती को खत्म करने का काम कर रही है. जो लड़ाई छात्र लड़ रहे हैं इसमें जीत जरूर हासिल होगी. यह लड़ाई संविधान की हिफाजत के लिए की जा रही है. जिसमें पूरा देश साथ में खड़ा हुआ है. हाशिम फिरोजाबादी ने कहा कि हमने ऐसे मुल्क में रहना पसंद किया है. जहां सिर्फ मस्जिदों से अजान ही नहीं सुनाई दे, बल्कि मंदिरों से कीर्तन की भी आवाजें आएं. हाशिम ने देश की हुकूमत से गुजारिश की है कि काला कानून को वापस लें.