अलीगढ़:AMU के डॉ. जेडए डेंटल कॉलेज के चिकित्सकों ने 60 वर्षीय महिला मरीज के दांतो और उनके प्रत्यारोपण की सफल सर्जरी को अंजाम दिया है. इस सर्जरी में तंत्रिका बाईपास तकनीक और मासिलिट्री साइनस लिल्ट के साथ-साथ ग्राफ्टिंग के बाद एक साथ प्रत्यारोपण प्लेसमेंट शामिल था.
प्रोस्थोडान्टिक्स विभाग के सहायक प्रोफेसर डाक्टर पंकज खराडे ने रेजीडेंट्स डॉक्टरों की टीम के साथ मिलकर संपूर्ण दांतों का एक साथ प्रत्यारोपण किया. डॉ. खराडे ने कहा कि दांतों की तरह काम करने वाले टाइटेनियम इम्प्लांट का इस्तेमाल इस जेरियाट्रिक रोगी के लिए मुख गुहा में सभी गायब दांतों के पुनर्वास के लिए किया गया है. उन्होंने कहा कि डॉ जेडए डेंटल कॉलेज पिछले कई वर्षों से विभिन्न मुख रोगों के प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण केंद्र रहा है. बता दें कि 60 वर्ष के रोगी का यह मामला हाल ही में पूर्ण मुंह के पुनर्वास मामलों में से एक है.रोगी का प्रोस्थोडान्टीज विभाग में कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण के साथ इलाज किया गया है.
डॉ. जेडए डेंटल कॉलेज के चिकित्सकों ने संपूर्ण दांतों का एक साथ किया प्रत्यारोपण
AMU के डॉ. जेडए डेंटल कॉलेज के प्रोस्थोडान्टिक्स विभाग के सहायक प्रोफेसर डाक्टर पंकज खराडे ने रेजीडेंट्स डॉक्टरों की टीम के साथ मिलकर संपूर्ण दांतों का एक साथ प्रत्यारोपण किया. डॉ. खराडे ने कहा कि दांतों की तरह काम करने वाले टाइटेनियम इम्प्लांट का इस्तेमाल इस जेरियाट्रिक रोगी के लिए मुख गुहा में सभी गायब दांतों के पुनर्वास के लिए किया गया है.
डॉक्टर खराडे ने बताया कि इस उपचार ने रोगी के जीवन की गुणवत्ता में सुधार में काफी मदद की है. डॉ जेडए डेंटल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर आरके तिवारी ने डाक्टरों की टीम को बधाई देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के रोगियों को कम खर्च में गुणवत्तापूर्ण उपचार प्रदान किया जा रहा है, जिससे उन्हें बहुत राहत मिली है. डॉ जेडए डेंटल कालेज के प्रोस्थोडान्टिक्स विभाग की अध्यक्ष प्रो शाइस्ता अफरोज ने कहा कि जेरियाट्रिक रोगियों का पूर्ण पुनर्वास एक चुनौतीपूर्ण कार्य है और प्रत्येक मामले के आधार पर व्यापक उपचार योजना की आवश्यकता होती है. जिसे एएमयू के डेंटल कॉलेज में डाक्टरों द्वारा सफलतापूर्वक किया जाता है.
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