अलीगढ़ः सनातन हिंदू सेवा संस्थान की न्यासी(Trustee of Sanatan Hindu Seva Sansthan) व हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव महामंडलेश्वर डॉक्टर अन्नपूर्णा भारती महाराज (डॉ. पूजा शकुन पांडेय) ने केंद्र सरकार द्वारा पीएफआई(PFI) को प्रतिबंधित करने का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इस्लाम के जिहाद से लड़ाई अभी बहुत लंबी है, जिस संगठन का नाम आज तक पीएफआई था अब वही संगठन किसी और नाम से सामने आएगा. इस्लाम का जिहाद यूं ही चलता रहेगा और निर्दोष नागरिक मारे जाते रहेंगे. वे कुछ लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं.
डॉ. अन्नपूर्णा भारती ने कहा कि 'इस्लाम का जिहाद किसी संगठन या व्यक्ति पर आधारित नहीं है. इस्लाम के जिहाद को रोका नहीं जा सकता, अगर भारत सरकार अपने नागरिकों की चिंता करती है तो उसे चीन का अनुसरण करना पड़ेगा. केंद्र सरकार को समझना पड़ेगा कि इस्लाम के जिहादियों के प्रति दया दिखाने का अर्थ ही अपने शांतिप्रिय नागरिकों का सम्पूर्ण विनाश है. केंद्र सरकार को संकल्प शक्ति दिखाते हुए इस्लामिक जिहाद की जड़ पर वार करने का प्रयास शुरू कर देना चाहिए .
देशहित में फैसला लेने से सरकार पीछे नहीं हटेगीः दिनेश लाल यादव
पीएफआई पर बैन के बाद भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने कहा कि सरकार देशहित में कोई भी फैसला लेने से सरकार पीछे नहीं हटेगी. बात जब देश की सुरक्षा हो तो सरकार कोई भी फैसला आसानी से लेती है. विपक्षी पार्टियों के विरोध पर सांसद दिनेश लाल यादव ने कहा कि इसलिए विपक्षी पार्टियां विपक्ष में है.
देशहित में कोई भी फैसला होता है, तो विपक्षी पार्टीयां चिल्लाने लगती हैं. इसलिए वे विपक्ष में ही रहेगें. विपक्षी पार्टियों को जनता कभी सत्ता में नहीं आने देगी, क्योंकि जनता भी चाहती है कि जो काम हमारे देश के हित में हो वह काम होना चाहिए. इसलिए प्रचंड बहुमत से नरेंद्र मोदी की सरकार बनी है कि देशहित में जो भी फैसला वह उसे लेने से पीछे नहीं हटेगी.
सपा के अधिवेशन में अखिलेश यादव के द्वारा केवल भाजपा से सपा लड़ सकती है कि बयान पर सांसद दिनेश लाल यादव ने कहा कि 'अखिलेश यादव पहले घर में लड़ लें फिर हम लोगों से लड़ेगें. उन्होंने कहा कि उनके घर की लड़ाई नहीं लड़ पाएगें तो हम लोगों से क्या लड़ेगें.'
बजरंगदल, विहिप व हिन्दू महासभा पर प्रतिबंध क्यों नहीं?
केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया(PFI) और उसके सहयोगियों पर पांच साल की अवधि के लिए तत्काल प्रतिबंध लगाने पर एएमयू के रिटायर्ड प्रो. मुफ्ती जाहिद ने गलत बताया है. मोदी सरकार का गरीबी, रोजगार, महंगाई और शिक्षा पर कोई काम नहीं हो रहा है. जनता का ध्यान भटकाने के लिए हिंदुओं को मुसलमान बनाने के लिए PFI पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है.
एमयू के सुन्नी थियोलॉजी डिपार्टमेंट के पूर्व अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद जाहिद ने कहा कि पीएफआई पर प्रतिबंध लगाना गलत है. किसी भी अदालत से अभी तक पीएफआई को दोषी नहीं ठहराया गया है. इसलिए ये गलत कदम सरकार ने उठाया है, जबकि बजरंगदल, विहिप व हिंदू महासभा के लोगों पर आपसी भाईचारा बिगाड़ने का कई बार आरोप लगा है. कई बार लोग मस्जिद व मंदिरों पर गोश्त का टुकड़ा फेंके जाने पर गिरफ्तार भी किए गए हैं. इसके बाद पकड़े गए लोगों पर कार्रवाई हुई है, लेकिन इनके संगठनों पर कोई कार्रवाई नहीं कि गई है.
पूर्व अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद जाहिद ने कहा कि क्या भाजपा पर बैन हो गया? आरएसएस, बजरंगल पर ऐसे लोगों के मिलने पर बैन लगा? दो पैमाने देश में अब हो गए हैं, ये गांधी नेहरू का देश नहीं है.
वाराणसी में भारतीय अवाम पार्टी के लोगों ने फूंका PFI का पुतला
भारतीय अवाम पार्टी(Bharatiya Awam Party) ने मुंशी प्रेमचंद स्मृति द्वार लमही पर पीएफआई का पुतला फूंककर देश की खिलाफत करने वालों को कड़ा संदेश दे दिया है. भारतीय अवाम पार्टी मुसलमानों के बीच गहरी पकड़ रखती है. नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के महान आदर्शों पर चलने वाली भारतीय अवाम पार्टी ने स्पष्ट कर दिया कि किसी भी कीमत पर देश के साथ न समझौता करेंगे और न ही करने देंगे.