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अलीगढ़: स्कूल प्रबंधन पर एक्स्ट्रा चार्ज वसूलने का आरोप, अभिभावकों ने किया प्रदर्शन - parents protest against school

जनपद अलीगढ़ के थाना बन्नादेवी स्थित कृष्णा इंटरनेशनल स्कूल प्रशासन के खिलाफ सोमवार को अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया. अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के दौरान अप्रैल, मई और जून की फीस मांगी जा रही है.

स्कूल के बाहर हंगामा करते अभिभावक
स्कूल के बाहर हंगामा करते अभिभावक

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Published : Jul 14, 2020, 12:07 AM IST

अलीगढ़ : थाना बन्नादेवी स्थित कृष्णा इंटरनेशनल स्कूल के खिलाफ सोमवार को अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया. दरअसल, अभिभावक स्कूल प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के दौरान अप्रैल, मई और जून की फीस मांगने का विरोध कर रहे हैं. साथ ही अभिभावकों ने फीस जमा नहीं होने पर बच्चों को एग्जाम में बैठने से रोकने का स्कूल संचालक पर आरोप लगाया है.

महिला अभिभावक भावना सिंघल ने बताया कि हर साल स्कूल ट्यूशन फीस बढ़ा दिया जाता है. पहले 6वीं क्लास में 3000, 7वीं क्लास में 4500 फीस थे. अब इन्हें बढ़ाकर 5200 रुपये कर दिया गया है. उसके बाद उसमें 600 रुपये एग्जाम फीस ऐड कर रहे हैं. अभिभावकों ने बताया कि बच्चों के आज एग्जाम हैं. रविवार शाम को स्कूल द्वारा मैसेज किया गया कि अगर आप फीस जमा नहीं करते हैं तो बच्चों को ब्लॉक कर देंगे और आप की ऑनलाइन शिक्षा ऐप ओपन नहीं होगी. पहले फीस जमा की जाए तभी बच्चा एग्जाम दे सकेगा.

वहीं अभिभावक प्रमोद गुप्ता ने बताया कि स्कूल के डायरेक्टर से बात करने पर उन्होंने बताया कि जो स्टाफ को सैलरी देनी पड़ती है, वह आप लोगों से ही निकलेगी. हमने कहा आप ट्यूशन फीस ले लीजिए, लेकिन उन्होंने ट्यूशन फीस के नाम पर सारी फीस को मिक्स कर दिया और कंप्लीट फीस बना दी. अब उसमें वो ये चाहते हैं कि अभी तक के जितने भी महीने हैं उसकी फुल फीस जमा करनी पड़ेगी. लेकिन हम लोगों की डिमांड है कि कम से कम 3 महीने की छूट दी जाए जो लॉकडाउन में निकले हैं. अभिभावक को लॉकडाउन में फीस देने के लिए पैसे कहां से आएंगे. अभिभावकों की मांग है कि अप्रैल, मई और जून महीने की फीस माफ की जाए.

इस बारे में स्कूल संचालक प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि अभी तक पेरेंट्स फीस जमा नहीं कर पा रहे थे. स्कूल द्वारा एक मैसेज भेजा गया था कि आप अपने आप को रजिस्टर्ड करने के लिए एक महीने की फीस जमाकर दें. जिस पर मैसेज आया कि बहुत सारे पेरेंट्स ऑनलाइन क्लास नहीं कराना चाहते थे. इस बात की जानकारी के लिए कि कौन से पेरेंट्स ऑनलाइन अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं और कौन से बच्चे नहीं पढ़ना चाहते है. यह जानने के लिए एक जनरल मैसेज भेजा गया था. संचालक ने कहा कि जो सरकार का आदेश है, उसी के अनुसार स्कूल कार्य कर रहा है. अभिभवकों से एक महीने की फीस जमा कराई जा रही है. गवर्नमेंट द्वारा अप्रैल मई-जून की फीस के लिए कहा गया था कि एक साथ जमा न करने पर मंथली चार्ज करेंगे.

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