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यूपी पंचायत चुनाव 2021: नए परिसीमन और आरक्षण पर होगा अलीगढ़ में पंचायत चुनाव

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है. मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करने को तैयार हैं. सरकार की तरफ से भी इस चुनाव को लेकर सारी तैयारियां पूरी की जा चुकी है. अलीगढ़ में पंचायत चुनाव के आंकड़ों पर एक नजर-

यूपी पंचायत चुनाव 2021
यूपी पंचायत चुनाव 2021

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Published : Jan 23, 2021, 7:04 AM IST

अलीगढ़: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव का शोर शुरू हो गया है. गांव के लोग अपनी सरकार चुनने के लिए तैयार हैं. पंचायत का कार्यकाल भी खत्म हो चुका है. आगामी दिनों में जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत सदस्यों का नए सिरे से चुनाव होगा. ऐसे में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं.

नए परिसीमन और आरक्षण पर होगा अलीगढ़ में पंचायत चुनाव

निर्वाचन विभाग मतदाता सूची की तैयारी में जुटा है. इसका अंतिम प्रकाशन 22 जनवरी को होना है. वहीं जिला पंचायती राज विभाग में प्रस्तावित परिसीमन की भी तैयारी है. इस पर अभी अंतिम मुहर लगना बाकी है. वहीं लोगों की निगाहें पंचायत चुनाव के आरक्षण पर टिकी हैं.

पंचायत चुनाव पर एक नजर
MLC ठाकुर जयवीर सिंह का पंचायत चुनाव में दबदबा
अलीगढ़ में जिला पंचायत अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के उपेंद्र सिंह नीटू हैं, जिन्होंने समाजवादी पार्टी की डॉक्टर नीतू सिंह को हराया था. हालांकि उपेंद्र नीटू पहले बसपा में थे. इनके चाचा ठाकुर जयवीर सिंह बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे. लेकिन भाजपा की सरकार आने के बाद पाला बदल लिया. अब भाजपा की सरकार में वह एमएलसी हैं. ठाकुर जयवीर सिंह पंचायत चुनाव के मझे हुए खिलाड़ी हैं. वे जोड़ तोड़ में माहिर माने जाते हैं. बीते दो दशकों से वह लगातार जिला पंचायत की राजनीति में सिरमौर रहे. वर्ष 2015 में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी सामान्य वर्ग में आई थी. इससे पहले ये पिछड़ा वर्ग में थी. अब सभी को इसके नए आरक्षण का इंतजार है, जिसके बाद ही आगे की रणनीति तय हो पाएगी.
2015 में पंचायत वार्ड
पिछली पंचायत में 902 ग्राम प्रधान चुने गए थे
साल 2015 के अनुसार जिला पंचायत के 52 वार्ड थे, जिसमें 17 अनारक्षित, 9 वार्ड महिलाओं के शामिल थे. ओबीसी महिला की पांच और अनुसूचित जाति महिलाकी चार सीटें आरक्षित रहीं, जबकि नौ सीटें ओबीसी और आठ सीट अनुसूचित जाति के लिये रिजर्व रही. जिले में 12 ब्लॉक प्रमुख चुने गए थे, जिसमें 5 अनारक्षित थे तो वहीं दो महिलाओं के लिए रिजर्व थी.
2021 में पंचायत चुनाव के आंकड़े

वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्य के 1290 वार्डों में चुनाव हुआ था, जबकि ग्राम पंचायतों में 902 प्रधान चुने गए थे. वहीं इस बार पंचायत चुनाव में बदलाव हुआ है. ग्राम पंचायत में 867 प्रधान चुने जाने हैं. वहीं 47 जिला पंचायत सदस्य सीटों पर चुनाव होंगे, जबकि 1156 क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने जाएंगे. 12 ब्लॉक प्रमुख क्षेत्रों में चुनाव होंगे.

जिले में ब्लॉक प्रमुखों की संख्या
जिला पंचायत चुनाव में करीब 80 लाख मतपत्र का होगा प्रयोग
जिले में साल 2015 के पंचायत चुनाव में 18,29,453 मतदाता थे. अलीगढ़ जिले में 7,55,254 अनुसूचित जाति के लोग रहते हैं, जिसमें से करीब 23 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्र में रहती है. पिछले पंचायत चुनाव में 1401 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ था. 3049 मतदान स्थल बनाए गए. पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो गया है और 2021 में मार्च-अप्रैल तक पंचायत चुनाव हो सकते हैं.
अलीगढ़ पंचायत चुनाव में पुरुष रिजर्व सीट

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए जिला का परिसीमन हुआ है. शासन द्वारा जवां, बरौली, गभाना, टप्पल को नई नगर पंचायत बनाने और 14 ग्राम पंचायतों के निकाय में जाने के चलते फेरबदल हुआ है. नई सूची के तहत जिले में जिला पंचायत के कुल 47 वार्ड प्रस्तावित किए गए हैं. इसी तरह क्षेत्र पंचायत सदस्यों के लिए 1156 वार्ड प्रस्तावित किए हैं, जबकि 867 पंचायतों में ग्राम प्रधानी के चुनाव प्रस्तावित हैं.

महिला रिजर्व सीटों की संख्या

इससे संबंधित आरक्षण घोषित होने का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. वहीं इस बार चुनाव में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य के लिए लगभग 80 लाख मतपत्रों का प्रयोग होगा.

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