अलीगढ़: रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार देर रात एक बेटे ने अपने पिता की चाकू से गोदकर हत्या कर दी. बेटे ने पहले पिता को खाने में जहर दिया. इसके बाद टॉयलेट में ले जाकर चाकूओं से हमला कर दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद जीआरपी थाने पहुंचकर उसने झूठी कहानी गढ़कर जीआरपी को गुमराह करने की कोशिश की. जीआरपी को उसने बताया कि उसके पिता के साथ कुछ बदमाशों ने लूटपाट करते हुए चाकुओं से हमला कर दिया है. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बेटे से सख्ती से पूछताछ की. इस पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
एटा के अलीगंज के रहने वाले अनुराग उर्फ जानी शुक्रवार की देर रात रेलवे पुलिस के पास पहुंचा. जीआरपी और आरपीएफ को उसने बताया कि सिटी साइड सर्कुलेटिंग एरिया के निर्माणाधीन नई बिल्डिंग के टॉयलेट में बदमाशों ने उसके पिता महेंन्द्र पाल सिंह को लूट के इरादे से घेर लिया. लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने उन पर चाकुओं से हमला कर दिया.
सूचना पर रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची, जहां निर्माणाधीन बिल्डिंग के अंदर बाथरूम में लहूलुहान बुर्जुग का शव पड़ा मिला. शव के पास एक बैग, खून से सना चाकू और शराब की बोतलें मिलीं. घटना की जानकारी होने पर थाना बन्नादेवी एसएचओ और जीआरपी पुलिस फोर्स भी वहां पहुंच गई. फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्यों को जुटाया. इसके बाद जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
प्रथम दृष्टया में मामले के संदिग्ध लगने पर पुलिस ने अनुराग से सख्ती से पूछताछ की, जिसके बाद उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया. एसपी जीआरपी आगरा मोहम्मद मुस्ताक ने बताया कि पिता और बेटे के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी. जिसके बाद उसने वारदात को अंजाम दिया. वहीं, चर्चा ये भी है कि अनुराग पानीपत में रह कर काम करता था. वहां किसी युवती से उसका प्रेम संबंध था. जिसके बारे में पिता महेंद्रपाल को पता चल गया था. उसने इसका विरोध करते हुए बेटे को पानीपत से वापस बुला लिया था. इसी से नाराज होकर अनुराग ने पहले पिता को खाने में जहर दे दिया और फिर चाकू से गोदकर हत्या कर दी.
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