अलीगढ़:राहत मित्र एप पर श्रमिकों के पंजीकरण, राशन कार्ड बनाए जाने को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को बैठक आयोजित की गई. इसमें एडीएम प्रशासन डीपी पाल व एडीएम वित्त विधान जायसवाल मौजूद रहे.
बैठक में एडीएम प्रशासन डीपी पाल ने मौजूद एसडीएम व सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में आए प्रवासी मजदूरों का शत-प्रतिशत राशन कार्ड बनाया जाए, ताकि वह शासन की योजनाओं का लाभ उठा सकें. साथ उन्होंने कहा कि सभी श्रमिकों को शासन की मंशा के अनुरूप एक-एक हजार रुपये दिए जाएंगे. बैठक में ई-डिस्ट्रिक मैनेजर मनोज राजपूत ने राहत मित्र एप के बारे में तकनीकी जानकारी दी. एडीएम वित्त विधान जायसवाल ने बताया कि अलीगढ़ में लगभग 5000 से अधिक प्रवासी श्रमिक आ चुके हैं.
एडीएम वित्त ने बताया कि प्रवासी राहत मित्र एप राजस्व विभाग द्वारा यूएनडीपी के सहयोग से तैयार किया गया है. सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा आपसी सूचनाओं के लेनदेन करते हुए जनपद में आए प्रवासी नागरिकों को रोजगार एवं आजीविका मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि इस ऐप के माध्यम से आश्रय केंद्र में ठहरे व्यक्तियों एवं किसी कारण से अन्य प्रदेशों से सीधे अपने घरों को पहुंचे प्रवासी व्यक्तियों का भी पूरा विवरण लिया जाएगा, ताकि प्रदेश में आने वाला कोई भी प्रवासी छूट न पाए. प्रवासी नागरिकों को दी जाने वाली सहायता राशि के वितरण की स्थिति भी ऐप में दर्ज की जाएगी. उन्होंने बताया कि नगरीय एवं शहरी क्षेत्र के लिए शासन द्वारा अपर जिलाधिकारी प्रशासन, ग्रामीण क्षेत्र के लिए डीपीआरओ को डेटा कलेक्ट करने की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है.
प्रवासी राहत मित्र एप में व्यक्ति की मूलभूत जानकारियां जैसे नाम, शैक्षिक योग्यता, स्थाई पता, खाता नंबर, कोविड-19 से संबंधित स्क्रीन की स्थिति एवं अनुभव के साथ 17 विभिन्न प्रकार की जानकारियां अपलोड किये जाने के साथ ही 65 से भी ज्यादा प्रकार के कौशल का विवरण एकत्रित किया जाएगा. किसी भी प्रकार की डुप्लीकेशन से बचने के लिए यूनिक मोबाइल नंबर को आधार बनाया गया है. इस एप का ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी इस्तेमाल किया जा सकता है.