अलीगढ़ः जिले में सरकारी मशीनरी का एक नया कारनामा सामने आया है. यहां एक बुजुर्ग को जिंदा होते हुए भी मृत घोषित कर दिया गया. इतना ही नहीं, उसकी खेती की जमीन को ग्राम समाज मे शामिल कर लिया गया. बुजुर्ग 2004 से अधिकारियों की चौखट के चक्कर काट-काट कर साबित करने में लगा है कि साहब मैं जिंदा हूं. इस संबंध में थाना गंगीरी क्षेत्र के गांव शादीपुर कुमरौआ के रहने वाले एक बुजुर्ग ने अतरौली तहसील दिवस में शिकायत की हैं.
'साहब मैं जिंदा हूं और खतौनी में मरा दर्शाया दिया है', जानें क्या है मामला - ग्राम समाज में शामिल
यूपी के अलीगढ़ में सरकारी मशीनरी का एक नया कारनामा सामने आया है. यहां एक बुजुर्ग को जिंदा होते हुए भी मृत घोषित कर दिया गया. साथ ही उसकी खेती की जमीन को ग्राम समाज में शामिल कर लिया गया. अब बुजुर्ग अधिकारियों के चक्कर काट-काटकर खुद को जिंदा साबित करने का प्रयास कर रहा है.
17 साल से लगा रहा अधिकारियों के चक्कर
अलीगढ़ के थाना गंगीरी इलाके के गांव शादीपुर कुमरौआ निवासी एक बुजुर्ग बाबूलाल ने मंगलवार को अतरौली के तहसील दिवस में शिकायत दर्ज कराई है. इसमें कहा है कि उसकी करीब आधी बीघा जमीन को ग्राम पंचायत के नाम करा दिया गया है. यह काम फर्जी तरीके से बाबूलाल को दस्तावेजों में मृत घोषित कर किया गया है. बाबूलाल 17 वर्षों से अधिकारियों के चक्कर लगाकर ये साबित करने में जुटे हैं कि साहब में जिंदा हूं. इस मामले में एसडीएम अतरौली ने बताया कि ऐसा कोई मामला उनकी जानकारी में नहीं है. अब देखना ये है कि पीड़ित बाबूलाल को न्याय के लिए अभी और कितना इंतजार करना पड़ेगा.