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अलीगढ़ः बार एसोसिएशन अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने पर वकीलों का धरना प्रदर्शन - बार एसोसिएशन अध्यक्ष कैलाश बाबू गुप्ता

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में फर्जी महिला अधिवक्ता मामले को लेकर 02 सितम्बर को महिला अधिवक्ता ने बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमे के विरोध में वकीलों ने रोड जाम कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. मौके पर पहुंचे एसपी सिटी ने वकीलों को समझाकर जाम को खुलवाया.

वकीलों का धरना प्रदर्शन.

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Published : Sep 4, 2019, 4:49 AM IST

अलीगढ़: जिले में 29 अगस्त को सीजेएम न्यायालय में फर्जी महिला अधिवक्ता को देखकर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश बाबू गुप्ता ने फर्जी महिला अधिवक्ता को नोटिस जारी किया था. लेकिन 02 सितम्बर की शाम महिला अधिवक्ता ने कैलाश बाबू गुप्ता के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया, जिसके विरोध में बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और वकीलों ने जिला और सत्र न्यायालय के सामने प्रदर्शन कर रोड जाम कर दिया. मौके पर पहुंचे एसपी सिटी के समझाने के बाद प्रदर्शन कर रहे वकीलों ने जाम खोला और महिला अधिवक्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

फर्जी महिला अधिवक्ता मामले को लेकर वकीलों का धरना प्रदर्शन.

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महिला अधिवक्ता का आरोप
दरअसल थाना दिल्ली गेट क्षेत्र की रहने वाली महिला अधिवक्ता का आरोप था कि वह सीजेएम कोर्ट में गई थी. उसी दौरान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश बाबू गुप्ता ने छेड़छाड़ की. कार्रवाई की मांग को लेकर महिला एसएसपी से मिली. उसके बाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष की तहरीर पर महिला अधिवक्ता के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. मुकदमे से नाराज महिला अधिवक्ता दिल्ली गेट थाना क्षेत्र के एक मोबाइल टावर पर चढ़ गई. पुलिस प्रशासन के आश्वासन के बाद महिला अधिवक्ता 2 घंटे बाद टावर से नीचे उतरी.

पुलिस ने महिला अधिवक्ता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया. मुकदमा दर्ज होने के बाद, बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और वकीलों ने जिला और सत्र न्यायालय के सामने धरना प्रदर्शन करने लगे. सूचना पर पुलिस प्रशासन और आला अधिकारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद वकीलों को समझा-बुझाकर जाम को खुलवाया.

क्या था पूरा मामला
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश बाबू गुप्ता ने बताया कि 29 अगस्त को सीजेएम कोर्ट में एक महिला फर्जी अधिवक्ता बनकर बहस कर रही थी. जब उसको रोका गया तो बोली मैं अधिवक्ता नहीं हूं और सॉरी बोलकर चली गई. जिनके साथ वह बैठती है उन वकील साहब ने कहा मैंने महिला को बुलाया था. वकील साहब भी माफी मांग कर चले गए. उसके बाद मैंने महिला अधिवक्ता के खिलाफ नोटिस दिया. नोटिस देने पर उन्होंने मेरे खिलाफ अनर्गल आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र मुझे दे दिया.

दो मुकदमे दर्ज हुए हैं. एक बार एसोसिएशन अध्यक्ष के विरुद्ध और दूसरा महिला अधिवक्ता के खिलाफ. दोनों मुकदमे थाना सिविल लाइन में दर्ज हुए है. उसी को लेकर महिला अधिवक्ता ने प्रार्थना पत्र दिया था ,जो एसएचओ सिविल लाइन को निर्देशित किया गया है.
अभिषेक कुमार, एसपी

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