अलीगढ़: जिले में भारी बारिश के चलते शहर का प्राचीन अचलेश्वर मंदिर का एक बड़ा हिस्सा गुरुवार को ढह गया. इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन अचल सरोवर के सौंदर्यीकरण के काम पर सवालिया निशान उठ गए. स्मार्ट सिटी के तहत अचल सरोवर में कई महानों से काम चल रहा है. इसी अचल सरोवर के किनारे स्थित अचलेश्वर मंदिर की नींव में खुदाई की गई थी और बारिश के चलते मंदिर का एक हिस्सा ढह गया. मौके पर नगर निगम का कोई अधिकारी नहीं पहुंचने पर हिंदूवादी संगठन आक्रोशित हो गए. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की. हिंदू वादी संगठनों ने अचल सरोवर में कराए जा रहे निर्माण कार्य पर उंगली उठाई है. बारिश तेज होने पर मंदिर के बाकी बचे हिस्से को बचाने के लिए नगर निगम की तरफ से कार्रवाई न करने को लेकर हंगामा किया गया. स्थानीय लोगों के हंगामे के बाद सहायक नगर आयुक्त पहुंचे और अचलेश्वर मंदिर के गिरे हुए भाग के निर्माण का भरोसा देकर लोगों को शांत कराया.
नगर निगम के अधिकारियों का मोबाइल बंद होने से पनपा आक्रोश
अलीगढ़ शहर का प्रसिद्ध अचलेश्वर मंदिर एक हिस्सा दो दिन की बारिश के चलते गुरुवार को ढह गया. इस मंदिर में हिंदू समाज की बहुत आस्था है. नगर निगम पास में अचल सरोवर के सौंदर्यीकरण का काम करा रहा है. लोगों का आरोप है कि अचल सरोवर में खुदाई करने से अचलेश्वर मंदिर की नींव कमजोर हो गई और बारिश में मंदिर का एक हिस्सा ढह गया. अगर मंदिर के किनारे सहारा देकर दीवार खड़ी कर काम करते, तो मंदिर का हिस्सा बच जाता. इस दौरान स्थानीय लोगों ने नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह को कई बार फोन किया, लेकिन उनका मोबाइल बंद था. अचलेश्वर मंदिर के नीचे भी गड्ढा हो गया था. जिस को ठीक करने के लिए नगर निगम अधिकारियों को मौके पर बुलाया जा रहा था. लेकिन समय पर किसी अधिकारी के नहीं आने से हिंदूवादी संगठनों ने हंगामा खड़ा कर दिया. लोगों ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर सड़क पर जाम लगा दिया गया.