अलीगढ़: सातवीं क्लास में पढ़ने वाले एक छात्र का दिमाग कंप्यूटर से भी तेज चलता है. वह अपने दोस्तों में कंप्यूटर बॉय के नाम से जाना जाता है. 10 साल के आशीष ने कम उम्र में ही कंप्यूटर प्रोग्रामिंग पर कई किताब लिखी हैं. आशीष घरेलू बोलचाल में भी कंप्यूटर की भाषा में बात करते हैं. आशीष कोडिंग के मास्टर हैं. अब तक पांच किताबें लिख चुके हैं. यह डिजिटल किताबें हैं. जिसमें दो किताब पाइथन, दो किताब माइक्रोसॉफ्ट वर्ड और एक किताब जीमेल के बारे में है.
आशीष को किताब लिखने के लिए उनके पिता ने प्रेरित किया. आशीष ने एक महीने में एक किताब लिख ली. हालांकि, उनके लिखने का कोई समय नहीं था, लेकिन वह एक दिन में 10 से 15 पेज तक लिखते हैं. वह चाहते हैं कि उनकी किताबों को आईएसबीएन कोड लग जाएं, ताकि किताब लोगों तक आसानी से पहुंच जाएं. लेकिन, आयु कम होने की वजह से आशीष को आईएसबीएन कोड नहीं मिल सकता. आशीष का इरादा कंप्यूटर की जानकारी के बारे में किताबें लिखते रहना है.
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और कोडिंग करना बच्चों का काम नहीं है, लेकिन 10 साल के आशीष ने अपनी प्रतिभा से पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पर काम कर रहे हैं. माइक्रोसॉफ्ट वर्ड भी उनके लिए दाहिने हाथ का काम है. आशीष कंप्यूटर के बारे में लिखना चाहते हैं. उन्होंने 200 से अधिक गेम भी बनाएं है. गेम बनाने के बारे में आशीष बोलते हैं कि इससे कोडिंग की प्रैक्टिस हो जाती है. वहीं, अब आशीष एप और वेबसाइट भी बना रहे हैं.