अलीगढ: गाजियाबाद में चल रहे है धर्मांतरण रैकेट में पकड़े गए मुख्य आरोपी अब्दुल्ला का नाम उजागर हुआ था. आरोपी के पकड़े जाने के बाद सोमवार को अलीगढ़ में भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता और एएमयू के पूर्व छात्र डॉ. निश्चित शर्मा ने एसएसपी को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में बताया है कि सौरभ से अब्दुल्ला बना धर्मांतरण के मास्टरमाइंड ने एएमयू से बीडीएस किया है. अलीगढ़ मुस्लिम विद्यालय के परिसर के अंदर हादी हसन हॉस्टल में रहते हुए सौरभ धर्मांतरण की प्रक्रिया से गुजरा और अब्दुल्ला बन गया.
बाता दें कि बीते 8 जुलाई को गाजियाबाद पुलिस ने धर्मांतरण के मास्टरमाइंड अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया था. अब्दुल्ला अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से बीडीएस का छात्र रहा है. बताया जाता है कि एक दशक पूर्व AMU परिसर के अंदर हादी हसन हॉस्टल में रहते हुए ही सौरभ धर्मांतरण की प्रक्रिया से गुजरकर अब्दुल्लाह बन गया. इसी को लेकर एएमयू के पूर्व-छात्र और भाजपा पूर्व जिला प्रवक्ता डॉ. निश्चित ने एसएसपी से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अंदर जमाती गतिविधियों की जांच करने की मांग की है.
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शिकायत लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंचे डॉ. निश्चित का कहना है कि 8 जुलाई को गाजियाबाद में एक धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश हुआ था. उस धर्मांतरण रैकेट में से जो तीन आरोपी हैं, उनमें से जब एक की जांच हुई तो यह तथ्य निकलकर आया कि वह अब्दुल्ला है. अब्दुल्ला 10 साल पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बीडीएस का छात्र था. तब उसका नाम सौरभ था. उसका धर्मांतरण अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के हादी हसन हॉस्टल में रहते हुए हुआ था.