अलीगढ़: अखिल भारत हिंदू महासभा की एक बैठक रविवार को बी दास कंपाउंड नौरंगाबाद स्थित कार्यालय पर हुई. इसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक पाण्डेय ने की. बैठक में भारत में बुर्के पर प्रतिबंध लगाने की मांग, रोहिंग्या शरणार्थियों की जनसंख्या पर प्रतिबंध लगाने और वसीम रिजवी की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार किया गया.अशोक पाण्डेय ने कहा कि फ्रांस, श्रीलंका की तरह भारत में भी बुर्के पर प्रतिबंध लगाया जाए. क्योंकि, आतंकी घटनाओं में अक्सर बुर्के का प्रयोग किया जाता है. इसके साथ ही बुर्का महिलाओं की आजादी को भी प्रतिबंधित करता है.
वसीम रिजवी के समर्थन में उतरी हिन्दू महासभा, जानें क्या मांग की - वसीम रिजवी का सर कलम करने की घोषणा करने वालों को पकड़ें
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अखिल भारत हिंदू महासभा की एक बैठक रविवार को बी दास कंपाउंड नौरंगाबाद स्थित कार्यालय पर हुई. इसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक पाण्डेय ने की. बैठक में भारत में बुर्के पर प्रतिबंध लगाने की मांग, रोहिंग्या शरणार्थियों की जनसंख्या पर प्रतिबंध लगाने और वसीम रिजवी की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार किया गया.
'रोहिग्यों की घुसपैठ रोकें'
प्रदेश उपाध्यक्ष गजेन्द्र पाल सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान में रोहिंग्या शरणार्थियों की घुसपैठ चिंतनीय है. रोहिंग्या शरणार्थियों को एक वर्ग विशेष और राजनीतिक पार्टियां सहायता उपलब्ध करा रही हैं. उनके राशन कार्ड, आधार कार्ड बनवाए जा रहे हैं. उन्हें जम्मू कश्मीर में विशेष रूप से बसाया जा रहा है. रोहिंग्या शरणार्थी आतंकवादी घटनाओं में भाग ले रहे हैं और तेजी से जनसंख्या बढ़ाने में लगे हुए हैं. शीघ्र ही इन रोहिग्यों की नसबंदी कराई जानी चाहिए, जिससे इनकी संख्या नियंत्रित हो सकें.
'वसीम रिजवी का सर कलम करने की घोषणा करने वालों को पकड़ें'
मंडल अध्यक्ष जयवीर शर्मा ने शिया धर्मगुरु वसीम रिजवी के खिलाफ कुछ मुस्लिम नेताओं के प्रदर्शन करने और उनका सिर कलम करने की घोषणा करने वालों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है. उन्होंने कहा मुसलमानों को आपत्ति है तो वह सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखें. वसीम रिजवी का सुप्रीम कोर्ट में 26 आयतों पर प्रतिबंध लगाने की याचिका डालना बिल्कुल सही है. अखिल भारत हिंदू महासभा पूरी तरह वसीम रिजवी का समर्थन करती है. पूर्व सपा विधायक जमीर उल्लाह का वसीम रिजवी को पत्थर मारने की अपील करना एक चिंताजनक घटना है. उस पर मुकदमा कायम करने की भी मांग की गई.