अलीगढ़ :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को अलीगढ़ पहुंचे. यहां दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में कोविड-19 वार्ड का निरीक्षण किया. मौसम खराब होने के चलते मुख्यमंत्री देर से पहुंचे. हालांकि निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोई पॉलिटिकल बयान बाजी नहीं की. उनका पूरा भाषण कोविड प्रबंधन को लेकर रहा.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोविड को लेकर जो प्रयास किए गए हैं, उसकी सर्वत्र सराहना की जा रही है. भारत में कोविड-19 प्रबंधन को दुनिया में सराहा गया है क्योंकि कोविड-19 प्रबंधन से जीवन और जीविका को बचाने के लिए प्रधानमंत्री स्वयं समीक्षा कर रहे थे. उसी के अनुरूप रणनीति बनाकर के संवाद स्थापित कर प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन किया. उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है. कोरोना प्रबंधन में पूरे देश में उत्तर प्रदेश ने अग्रणी भूमिका निभाई है. चाहे पहली वेव रही हो या दूसरी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड प्रबंधन को बहुत नजदीक से देखा है. कहा कि वह हर जनपद का दौरा कर रहे हैं. कोविड-19 के लिए शासन, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर जो व्यवस्थाएं की गईं हैं. वह उसकी समीक्षा भी कर रहे हैं. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि थर्ड वेव खतरनाक नहीं है. हालांकि सतर्कता और सावधानी जरूरी है क्योंकि इसमें संक्रमण बहुत तीव्र है.
यह शरीर में गले को और व्यक्ति को बुखार की चपेट में ले रहा है. फीवर की स्थिति रहती है. तीसरे से पांचवें दिन व्यक्ति की रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है. उन्होंने कहा कि थर्ड वेव खतरनाक नहीं है. सतर्कता और सावधानी जरूरी है. कहा कि स्वदेशी वैक्सीन इसके लिए बहुत प्रभावी रही है. दोनों वैक्सीन लेना जरूरी है. उन्होंने कहा कि देश में 160 करोड़ लोगों कोडोज दिए जा चुके हैं. उत्तर प्रदेश के अंदर 24 करोड़ 54 लाख से अधिक को डो़ज दी जी चुकी हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की सेकंड वेव में ऑक्सीजन की क्राइसिस थी. डिमांड बढ़ गई थी. उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑक्सीजन को बढ़ाने के लिए आत्मनिर्भर अभियान चलाया. उन्होंने बताया कि आज दीनदयाल अस्पताल में दो ऑक्सीजन प्लांट लग चुके हैं. ऑक्सीजन की पूर्ति लगातार की जा रही है.