अलीगढ़: भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ थाना सिविल लाइन में महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. बता दें, चंद्रशेखर रविवार को हाथरस के चंदपा सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता से मिलने के लिए जेएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे. पुलिस के सख्त पहरे के बाद भी समर्थकों के साथ मेडिकल कॉलेज के अंदर पहुंचे. इस दौरान कोविड-19 के नियमों के उल्लंघन पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है.
भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद रविवार को प्रशासन की कड़ी नाकाबंदी के बाद भी जेएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे. इस दौरान वे पीड़िता के परिवार से मिले. मेडिकल कॉलेज से निकलने पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया. इस बीच उनकी पुलिस से नोकझोंक भी हुई. घंटे भर के कश्मकश के बाद जब चंद्रशेखर ने हाथरस जाने के लिए मना किया तब उन्हें जाने दिया गया, लेकिन मेडिकल कॉलेज से बाहर निकलते ही उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित किया.
इस दौरान समर्थकों ने खूब नारेबाजी की और हंगामा किया. चंद्रशेखर के समर्थकों की काफी भीड़ जुट गई थी. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का जमकर उल्लंघन हुआ. पुलिस ने महामारी एक्ट का उल्लंघन और धारा 144 के नियमों का पालन नहीं करने पर मुकदमा दर्ज करने का कदम उठाया. मेडिकल कॉलेज के चौकी इंचार्ज निजामुद्दीन ने धारा 188, 269, 270 और महामारी अधिनियम की धारा-03 में मुकदमा दर्ज कराया. चंद्रशेखर के अलावा पूर्व विधायक चौधरी महेंद्र सिंह, आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष असद सहित 100 से अधिक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
चंद्रशेखर ने योगी सरकार से पीड़िता को इलाज के लिए एम्स ले जाने की मांग की है. पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा दिए जाने की भी मांग की गई. साथ ही मामले में लापरवाह पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की भी मांग की गई.
दरअसल, बीते 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा क्षेत्र में एक 19 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया. दुष्कर्म के बाद युवती को जान से मारने की नीयत से आरोपियों ने गला दबाया, जिससे युवती के रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर आ गया. पीड़िता को उचित इलाज के लिए अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. फिलहाल पीड़िता को वेंटिलेटर पर रखा गया है. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.