अलीगढ़: कृषि बिल के समर्थन में भाजपा किसान सम्मेलन बुलाकर उन्हें जागरूक करने का काम कर रही है, लेकिन सम्मेलन में पहुंचने वाले किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. सम्मेलन में नेताओं का तो खूब स्वागत किया गया, लेकिन मंच पर बुलाकर किसी भी किसान का सम्मान नहीं करने से किसानों में नाराजगी दिखी. हालांकि सम्मेलन किसान आंदोलन के पहलुओं को बताने के लिए किया गया था. कृषि कानून के विषय में जानकारी देने के लिए किसानों को दूर दराज इलाकों से बुलाया गया, लेकिन सम्मेलन में केवल राजनीति की ही बात किसानों के सामने रखी गई. वहीं सम्मेलन में पहुंचे कुछ लोग किसान आंदोलन का समर्थन करते दिखे.
कानून से किसानों का नहीं होगा भला
अलीगढ़ के तरुण वैली गेस्ट हाउस में आयोजित कार्यक्रम में हाथरस, एटा, कासगंज के किसानों को भी बुलाया गया. सम्मेलन में आकर कुछ किसान मायूस दिखे और उन्होंने मीडिया के सामने अपनी भड़ास निकाली. किसान विनीत कुमार ने बताया कि इस सरकार में धान का दाम 1700-1800 रुपये कुंतल ही मिला. जबकि पिछली सरकारों में 3400 रुपये तक धान बिक जाता था, जिससे घर का खर्चा चलता था. विनीत ने बताया कि जो कृषि कानून लाया जा रहा है, इससे किसानों को कोई फायदा नहीं होगा. जो सरकार ने एमएसपी धान की रखी है, उस पर खरीद नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि कानून केवल उद्योगपतियों के लिए लाया जा रहा है, इससे किसानों का भला नहीं होगा.