अलीगढ़: कोरोना संक्रमण के चलते एएमयू की जामा मस्जिद सहित किसी भी मस्जिद में ईद-उल-फितर की नमाज अदा नहीं की जाएगी. विश्वविद्यालय के नाजिम दीनियात प्रो. मोहम्मद सलीम ने कहा कि सभी मुस्लमान अपने घरों में ईद के बजाय नमाज-ए-चाश्त अदा करें. लोगों के स्वास्थ्य से संबंधित संस्थाओं के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सामाजिक दूरी बनाए रखें.
प्रो. मोहम्मद सलीम ने कहा कि ईद की नमाज फर्ज नहीं है. ऐसे समय में जब लोगों का स्वास्थ्य खतरे में है तो लोग इस्लामी सिद्धांतों के अनुरूप वैकल्पिक नमाज अदा कर सकते हैं. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि नमाज से पूर्व सदका-ए-फितर अदा करना अनिवार्य है. ईद की नमाज मस्जिद में न होने के बावजूद, लोगों को चाहिये कि वे अपना सदका पात्र लोगों को अदा करें.