उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

कोरोना काल में अनाथ हुए 2200 बच्चे चिन्हित, आंकड़ों का बढ़ना जारी: डॉ. साक्षी बैजल

उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते अनाथ हुए 2,200 बच्चे अभी तक चिन्हित किए गए हैं. हालांकि ये आंकड़ा अभी बढ़ रहा है. बता दें कि ऐसे बच्चों की परवरिश सरकार करेगी. अनाथ बच्चों के खाते में सरकार की तरफ से चार हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा.

डा. साक्षी बैजल, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य
डा. साक्षी बैजल, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य

By

Published : Jul 13, 2021, 9:20 PM IST

Updated : Jul 13, 2021, 9:44 PM IST

अलीगढ़: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते अनाथ हुए 2,200 बच्चे चिन्हित किए गए हैं. अभी ऐसे बच्चों की गणना चल रही है. रोज आवेदन मिल रहे हैं. अनाथ हुए बच्चों की संख्या का आंकड़ा बढ़ रहा है. यह जानकारी अलीगढ़ पहुंचे राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. साक्षी बैजल ने दी.

मीडिया से बातचीत करते राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य.

बता दें कि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. साक्षी बैजल ने कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों के संबंध में मंगलवार को कमिश्नरी सभागार में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की परवरिश सरकार करेगी. ऐसे बच्चों के लिए सरकार की तरफ से योजनाएं चलाई जा रही हैं. अनाथ बच्चों के खाते में चार हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा. अगर परिवार में तीन बच्चे हैं तो उनको 12 हजार रुपये प्रतिमाह मिलेगा. अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा के लिए लैपटॉप और मोबाइल भी दिया जाएगा. वहीं लड़कियां जब शादी योग्य होंगी तो उनको एक लाख रुपये शादी सहायता हेतु दिया जाएगा.

राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. साक्षी बैजल ने कहा कि सरकार की बहुत सी लाभकारी योजनाएं हैं, लेकिन वह जनता तक नहीं पहुंच पाती हैं. यह एक बड़ी समस्या है. उन्होंने कहा कि यह काम अधिकारियों का है कि जनता तक सरकार की लाभकारी योजनाएं पहुंचाएं. उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण आयोग के पास संसाधनों का अभाव है, यह सब जानते हैं. हमारे देश में जनसंख्या विस्फोट बहुत ज्यादा है. जनसंख्या कंट्रोल होगी तो संसाधनों का लाभ लोगों को मिलने लगेगा. जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून से ही हमारे देश में पापुलेशन कंट्रोल हो पाएगी.

इसे भी पढ़ें:-UP Politics: कल्याण सिंह के ICU में जाते ही आखिर क्यों बढ़ी BJP की धड़कनें

डॉ. साक्षी बैजल ने बताया कि अलीगढ़ में भी कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों का नाम अप्रूव हुआ है, लेकिन लिस्ट 100 से अधिक की है, जिसे सत्यापित कराया जा रहा है. वहीं नगला मंदिर में भुखमरी में जी रहे एक परिवार के चार बच्चों का भी बाल संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है. चौराहों पर बच्चों के भीख मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों के पुनर्वास के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन बच्चों के माता-पिता ही भिक्षावृत्ति करवा रहे हैं. ऐसे माता-पिता को रोकने का प्रयास किया जाता है, लेकिन यह समस्या बहुत बड़ी है. इस पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है. इस संदर्भ में सरकार को भी बताया गया है.

Last Updated : Jul 13, 2021, 9:44 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details