अलीगढ़: जनपद में अब गांव-मोहल्ला में गठित निगरानी समितियों को पहले से और अधिक जिम्मेदारी सौंपी गयी है. शासन से आदेश जारी होने के बाद डीएम चन्द्र भूषण सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में निगरानी समिति के सदस्यों, आशा बहुओं एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से सीधा संवाद किया. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिये लागू लॉकडाउन में लोगों ने घरों में रहकर संक्रमण से बचाव करने की पूरी कोशिश की. इसके बावजूद भी जनपद के साथ ही प्रदेश में भी कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने समिति के सदस्यों को निर्देश दिये कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में संदिग्ध लक्षणों वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग करें. इनकी जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं.
उन्होंने कहा कि यदि आपके कार्यक्षेत्र में किसी कोविड पॉजिटिव की मृत्यु होती है तो इस संबंध में जिम्मेदारी तय करते हुए जबाव तलब किया जाएगा. उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि वह अपने क्षेत्र में निगरानी समितियों को प्रशिक्षित करते हुए सक्रिय करें. जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से सीधा संवाद स्थापित करते हुए कहा कि गांवों में जाकर जिला प्रशासन की तीसरी आंख के रूप में कार्य करें.
प्रभावी ढ़ंग से कार्य करते हुए गांव से लेकर प्रत्येक गली-मोहल्ले में गंभीर बीमारियों जैसे हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, फेफड़े, लीवर, किडनी संक्रमण विशेषकर 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति में कोरोना के लक्षण की जांच करें. संदिग्ध पाए जाने पर तत्काल प्रशासनिक टीम या कन्ट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 0571-2420100, 2420101 पर जानकारी अवगत कराई जाए. निगरानी समिति द्वारा उपलब्ध कराई गयी सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी तरह से अलर्ट होते हुए तत्काल चिन्हित स्थान पर पहुंचकर संभावित संक्रमित व्यक्ति का नमूना लेकर परीक्षण को भेजेगी.