अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने सोशल साइंस संकाय से 'मैनेजिंग ऑनलाइन टीचिंग एण्ड रिसर्च' विषय पर आयोजित दो दिवसीय फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान इन्फॉर्मेशन टेक्नालॉजी की संभावनाओं का प्रयोग करते हुए शैक्षणिक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ है. यही इस वर्तमान समय की आवश्यकता है.
इस कार्यक्रम का आयोजन यूजीसी की संस्था इनफ्लिबनेट सेंटर अहमदाबाद के सहयोग से किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में लॉकडाउन के दौरान एएमयू शिक्षकों को शिक्षण एवं अध्ययन की ऑनलाइन प्रक्रिया से अवगत कराया जाएगा. इस कार्यक्रम में एएमयू के विभिन्न संकायों के 285 शिक्षक भाग ले रहे हैं. इस इनफ्लिबनेट सेंटर अहमदाबाद, एएमयू, दुबई की जायद यूनिवर्सिटी तथा माइक्रोसॉफ्ट के विशेषज्ञ रिसोर्स पर्सन के रूप में ऑनलाइन शिक्षण की बारीकियों को बताएंगे.
इस त्रासदी को अवसर में बदलना चाहिए
कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि एएमयू के विभिन्न विभाग ऑनलाइन शिक्षण और अध्ययन की संभावनाओं का प्रयोग कर रहे हैं. शिक्षकों को इस संबंध में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में एक नया कार्यबल तैयार किया जा सके. इससे टेक्नॉलोजी आधारित शिक्षण-अध्ययन का वातावरण तैयार हो सकेगा. उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों को कोविड-19 लॉकडाउन की त्रासदी को अवसर में बदलने का प्रयास करना चाहिये.
लर्निग मैनेजमेंट सिस्टम किया जाएगा लॉन्च
इनफ्लिबनेट सेंटर अहमदाबाद के निदेशक प्रोफेसर जेपी सिंह जुरैल ने कहा कि जल्दी ही एक लर्निग मैनेजमेंट सिस्टम लॉन्च किया जाएगा. इसके प्रयोग की सुविधायें एएमयू शिक्षकों और छात्रों को निःशुल्क प्रदान की जाएंगी. स्वागत भाषण में सोशल साइंस संकाय के डीन और कार्यक्रम के आयोजक प्रो. अकबर हुसैन ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि लॉकडाउन की घड़ी में भी एएमयू शिक्षक और छात्र बड़ी संख्या में ऑनलाइन शिक्षण एवं अध्ययन की उपयोगिता में दिलचस्पी ले रहे हैं.