अलीगढ़: जिले के इगलास विधानसभा को मिनी छपरौली माना जाता है. भले ही उपचुनाव में इस बार भाजपा प्रत्याशी राजकुमार सहयोगी विधायक बन गये. लेकिन यह सीट राष्ट्रीय लोकदल की परंपरागत सीट रही है. यहां चौधरी चरण सिंह की पत्नी गायत्री देवी और पुत्री ज्ञानवती का दबदबा रहा है. जयंत चौधरी ने अभी जल्द ही इलाके में जनसभा कर अपनी ताकत मनवाई थी.
वहीं अब उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा भाजपा की मजबूती के लिए विधान सभा क्षेत्र में डेरा डालेंगे. उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा के आज आगमन को लेकर इलाके में तैयारियां चाक चौबंद की गई है. बड़ा सवाल यह है कि जाट बाहुल्य इलाके में क्या उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भाजपा के लिये कोई सियासी समीकरण बना पाएंगे.
उत्तर प्रदेश में 2022 के चुनावों को लेकर भाजपा कोई भी लापरवाही नहीं बरतना चाहती. यही कारण है भाजपा के दिग्गजों के द्वारा विधान सभा क्षेत्रों का जबरदस्त दौरा किया जा रहा है और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मंथन करते हुए वोटरों की नब्ज टटोलने का काम किया जा रहा है. जिससे आगामी 2022 के चुनावों में भाजपा एक बार फिर सत्ता की दहलीज तक पहुंच सके.
यही कारण है कि लगातार भाजपा के शीर्ष नेताओं के द्वारा चुनावों की तैयारियों में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इसी क्रम में जिला अलीगढ़ के इगलास विधानसभा में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा का दौरा मंगलवार को रखा गया है. जिसको लेकर तैयारियां जारी है. वहीं कार्यक्रम में डॉ. दिनेश शर्मा के द्वारा भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करते हुए 2022 के चुनावों की रणनीति तैयार की जाएगी. कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री, विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी और पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान करीब भाजपा के 600 नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे.
अगर बात विधानसभा इगलास कि कहीं जाए तो यहां राष्ट्रीय लोकदल का पलड़ा भारी नजर आ रहा है. विधानसभा इगलास को मिनी छपरौली में शुमार किया गया है. इसकी वजह है जाट बाहुल्य विधानसभा के नाम से मशहूर इगलास के वोटरों में जाटों के वोटों का अहम रोल है.