अलीगढ़: जिले में दारोगा की गोली से महिला की मौत मामले में आरोपी दारोगा को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. 8 दिसंबर को शहर के थाना कोतवाली में महिला पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए अपने बेटे के साथ पहुंची थी. इस समय दारोगा की सरकारी पिस्टल से गोली लग गई. महिला को गंभीर अवस्था में जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था. घटना के पांच दिन बाद महिला की 13 दिसंबर को मौत हो गई.
अलीगढ़ शहर के थाना कोतवाली में बीते 8 दिसंबर को इशरत निगार (55) नाम की एक महिला अपने बेटे के साथ पासपोर्ट वेरीफिकेशन के लिए थाने पर गई थी. इस दौरान वहां पर मौजूद भुजपुरा चौकी प्रभारी मनोज शर्मा अपनी सरकारी पिस्टल चेक करने लगे. इस दौरान पिस्तौल से अचानक हुए फायर से पास में खड़ी इशरत निगार के सिर में गोली लग गई थी और वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी. 5 दिन बाद यानी 13 दिसंबर को इशरत निगार की इलाज के दौरान मौत हो गई. घटना के बाद थाना परिसर में हड़कंप मच गया और जमकर हंगामा हुआ. मृतक महिला के बेटे की तहरीर पर लापरवाह दारोगा मनोज शर्मा के विरुद्ध धारा 307 के तहत थाना कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया गया. फिलहाल दारोगा अभी फरार चल रहा है. वहीं, इसी मामले में थाने के एक मुंशी को जेल भेज दिया गया है.
इस मामले में एसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि 8 दिसंबर की घटना को लेकर एक खबर काफी प्रचलित थी. इसमें एक दारोगा की पिस्टल से महिला के जख्मी होने और इलाज के दौरान उसकी मृत्यु होने की खबर प्रसारित हो रही थी. उस संबंध में आरोपी दारोगा मनोज कुमार घटना के बाद से फरार चल रहा था और उसके खिलाफ न्यायालय से गैर जमानती वारंट जारी था. सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार को गिरफ्तार किया गया है. इस संबंध में विवेचना प्रचलित है.