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प्रोफेसर पर उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली छात्रा ने एएमयू कुलपति को हटाने की मांग की - AMU Vice Chancellor

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट के प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न के मामले में पीड़ित शोध छात्रा ने एएमयू कुलपति से मुलाकात की. शोध छात्रों ने बीते माह कुलपति पर यौन उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था.

case of sexual harassment in amu
case of sexual harassment in amu

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Published : Jun 16, 2023, 6:33 PM IST

अलीगढ़ः एएमयू प्रोफेसर पर लगे यौन उत्पीड़न के मामला में विवाद बढ़ता ही जा रहा है. शुक्रवार को शोध छात्रा ने एएमयू कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज से मुलाकात की. इस दौरान शोध छात्रा ने वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट के प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. शोध छात्रों ने कुलपति पर भी सवाल खड़े किए है.

शोध छात्रा ने बताया कि कुलपति ने उससे कहा कि वह कार्यवाहक हैं, उनके हाथ में कुछ भी नहीं है. वह कुछ भी नहीं कर सकते, जो कुछ भी होगा, वह एग्जीक्यूटिव काउंसिल निर्णय करेगी. शोध छात्रा ने कहा, 'अगर कार्यवाहक कुलपति कुछ नहीं कर सकते, तो उनका सीट पर बैठने का कोई फायदा नहीं है. इस यूनिवर्सिटी को एक नया कुलपति दे देना चाहिए, जो यहां काम कर सकें. इससे उत्पीड़न और ज्यादा होगा और आरोपी प्रोफेसर का मनोबल बढ़ता जाएगा, क्योंकि विश्वविद्यालय ऐसे लोगों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेने वाली है.'

न्याय न मिलने की स्थिति में शोध छात्रा ने राज्य और केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने की बात भी कही. शोध छात्रा ने कहा, 'मैं सरकार के पास जाऊंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया से मिलूंगी. क्योंकि, जब आरोपी प्रोफेसर को किसी बात का डर नहीं है तो न्याय के लिए मैं लगातार गुहार लगाऊंगी. मुझे सरकार से पूरी उम्मीद है कि वहां से इंसाफ मिलेगा. विश्वविद्यालय की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही है.'

शोध छात्रा ने बताया कि थाना सिविल लाइन में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. उसका 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने बयान भी हो चुका है. जिला प्रशासन से उम्मीद है, कि वहां कार्रवाई चल रही है. लेकिन, विश्वविद्यालय की इंटरनल जांच कमेटी ने प्रोफेसर को क्लीन चिट दी है.

बता दें कि शोध छात्रा ने वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट के प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे. छात्रा ने कहा था कि 2017 में उसका शोध के लिए चयन हुआ था. लेकिन, 5 साल बाद भी छात्रा की पीएचडी सम्मिट नहीं हो पाई. छात्रा का आरोप था कि प्रोफेसर ने थीसिस जमा करने के नाम पर उससे अश्लील डिमांड की. छात्रा का कहना है कि आरोपी प्रोफेसर जांच को प्रभावित करने में लगे हैं.

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