अलीगढ़: जिले के थाना अकराबाद के एक गांव में दलित प्रधान को मूत्र पिलाने के मामले में बरला क्षेत्राधिकारी सुमन कनौजिया ने बताया कि मामला संज्ञान में है. आरोप लगाने वाले प्रधान पर मारपीट का मुकदमा दर्ज है. उन्होंने बताया कि अगर प्रधान कालीचरण के साथ अमानवीय व्यवहार हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी. इस संबंध में नवनिर्वाचित प्रधान कालीचरन ने बताया कि मारपीट की घटना 21 मई को हुई थी. इससे पहले 18 मई को उन्हें अपमानित भी किया गया था. वह आरोपियों के खिलाफ थाना अकराबाद में शिकायत लेकर गये थे, लेकिन थाना प्रभारी ने उन्हें भगा दिया था. दलित प्रधान को अपमानित करने के मामले को बसपा जिलाध्यक्ष रतन दीप ने भी संज्ञान में लिया है. उन्होंने कहा कि स्थानीय विधानसभा की टीम गांव में पीडित परिवार से मिलने के लिए गई है. इसके बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा.
पंचायत चुनाव के बाद गांव में बढ़ी रार
पंचायत चुनाव में हार-जीत के बाद ग्रामीण क्षेत्रों रार बढ़ गई है. ऐसा ही मामला दीपपुर गौबरा गांव में से सामने आया है. पहले यहां सवर्ण जाति के लोगों का प्रधानी पद पर बोलबाला था, लेकिन इस बार आरक्षण के तहत प्रधानी अनुसूचित जाति के पक्ष में चली गई. कालीचरन कोरी गांव में प्रधान चुने गये. इसके बाद गांव में प्रधानी को लेकर गुटबाजी भी शुरु हो गई, जो हार-जीत के बाद भी जारी है. नवनियुक्त प्रधान कालीचरन ने आरोप लगाया कि 18 मई को मारपीट करते हुए उन्हें बाबी, आशीष आदि ने मूत्र पिलाकर अपमानित किया था. इस मामले में कालीचरन थाना अकराबाद में शिकायत लेकर गए थे, लेकिन कालीचरन ने बताया कि थाना प्रभारी ने उनकी नहीं सुनी. बल्कि आरोपी पक्ष ने 21 तारीख को थाना अकराबाद में मारपीट की घटना का मुकदमा प्रधान कालीचरन पर ही लिखा दिया. इसके बाद कालीचरण सोमवार को एसएसपी के पास शिकायत लेकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए पहुंचे. बरला क्षेत्राधिकारी सुमन कनौजिया ने मामले को संज्ञान में लिया है.