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Published : Oct 16, 2021, 2:32 PM IST

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किसान नेताओं को अलीगढ़ पुलिस ने किया नजरबंद, जानिए वजह

अलीगढ़ में किसानों का आंदोलन उग्र हो रहा है. शनिवार को पिसावा, टप्पल, खैर इलाके में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंकने का प्रयास किया. इस दौरान पुलिस से किसानों की जमकर तकरार हुई. इस तकरार में किसान नेता के कपड़े फट गए. फिलहाल पुलिस ने किसान नेताओं को नजरबंद किया है.

किसान नेताओं को किया पुलिस ने किया नजरबंद
किसान नेताओं को किया पुलिस ने किया नजरबंद

अलीगढ़: अलीगढ़ में 18 अक्टूबर को संयुक्त किसान मोर्चा अपनी मांगों को लेकर रेल रोको अभियान चलाएगा. इस अभियान को गति देने के लिए किसान नेता विभिन्न इलाकों में मोदी और योगी सरकार का पुतला दहन करने का प्रयास कर रहे हैं. इसी को लेकर टप्पल, खैर, पिसावा इलाके में भी पुतला दहन करने का किसान नेताओं ने प्रयास भी किया, मगर पुलिस की तत्तपरता के चलते किसान नेता अपने मंसूबों में कामयाब न हो सके, फिलहाल पुलिस ने किसान नेताओं को नजरबंद किया है.



दरअसल, एक दिन पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत टप्पल इलाके में किसानों से आंदोलन को लेकर रणनीति तय की थी. जिसके तहत राकेश टिकैत ने रेल रोको अभियान और लखनऊ में महापंचायत के लिए कहा था. इसको लेकर के किसान सरकार के खिलाफ पहले ही विरोध प्रदर्शन में जुट गए हैं. भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष ओपी सिंह कमांडर ने बताया कि सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है. भाजपा सरकार द्वारा किसानों पर थोपी गई नीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सड़क और रेल रोको अभियान के तहत सरकार का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.

किसान नेताओं को किया पुलिस ने किया नजरबंद

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भारती किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष ने बताया कि आज शांतिपूर्वक तरीके से मोदी-योगी सरकार का पुतला दहन के लिए जा रहे थे. लेकिन खैर पुलिस की टीम ने जबरन उठाकर पुलिस की गाड़ी में बैठाया लिया. किसान नेता ओपी सिंह कमांडर ने बताया कि भाजपा सरकार सत्ता के नशे में चूर है. पुलिस को भी आंदोलन को कमजोर करने और किसानों को परेशान करने के लिए लगा दिया है. उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून और फसल के न्यूनतन समर्थन मूल्य को लेकर किसान पिछले 10 महीने से आंदोलन कर रहे हैं मगर न तो सरकार ने कोई निर्णय लिया और न ही कोई समझौता किया.

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