अलीगढ़:आजादी के 'अमृत महोत्सव' का जादू अब ग्रामीण क्षेत्रों में सिर चढ़कर बोल रहा है. इसी क्रम में नेहरू युवा केंद्र में बड़े बाबू महीपाल सिंह ने अपने बेटे की शादी का कार्ड एक अलग अंदाज में छपवाया है. कार्ड में राष्ट्रीय एकता, जल बचाओ और शादी में भोजन की बर्बादी रोकने के लिए अपील की गई.
अमूमन शादियां ईश्वर को साक्षी मानकर होती है. लेकिन अलीगढ़ में अनोखी शादी का कार्ड छपवाकर कुछ अलग ही मैसेज देने की कोशिश की गई है. जहां शादी के कार्ड पर भारत माता की तस्वीर उकेरी गई है. इतना ही नहीं कार्ड में बताया गया कि दूल्हा-दुल्हन मानवेंद्र और भावना शुक्रवार को भारत माता को साक्षी मानकर फेरे तो देश की रक्षा के लिए आठवां वचन लेंगे.
महीपाल सिंह ने बताया कि उनके पिता मक्खन सिंह स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं. इसीलिए देश भक्ति की भावना उन्हें विरासत में मिली है. सात फेरे और आठवां वचन देश की रक्षा करने के लिए किया गया है. इतना ही नहीं, आज की शादियों में खाने की बर्बादी बहुत होती है. इसीलिए कार्ड पर विशेष स्लोगन छपवाया है कि 'उतना लो थाली में, व्यर्थ न जाए नाली में’.
उन्होंने बताया कि बरला क्षेत्र के गांव परौरा में निहाल सिंह की पुत्री भावना के साथ शुक्रवार को मानवेंद्र रातपूत भारत माता का पूजन कर फेरे लेंगे. स्वतंत्रता सेनानी फाउंडेशन के संरक्षक सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि फाउंडेशन अब तक भारत माता के पूजन की परंपरा वाली 73 शादियां करा चुका है.
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