आजमगढ़: 'बधाई हो बिटिया पैदा हुई' कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद के 501 विद्यालयों में इस कार्यक्रम का शनिवार को शुभारंभ किया गया. जिला मुख्यालय पर इस कार्यक्रम का शुभारंभ कमिश्नर कनक लता त्रिपाठी ने बेटियों को महिलाओं के अधिकारों और उनके कर्तव्यों के बारे में जानकारी देकर किया.
छात्राओं को महिला सशक्तिकरण के बारे में जागरूक किया जा रहा है. 'बधाई हो बिटिया पैदा हुई' कार्यक्रम का शुभारंभ 'बधाई हो बिटिया पैदा हुई' है कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ है. आजमगढ़ जिले के कमीशन कनकलता त्रिपाठी का कहना है कि 'बधाई हो बिटिया पैदा हुई' कार्यक्रम का मुख्य मकसद यह है कि बालिकाओं को केंद्र और प्रदेश सरकार की जो भी योजनाएं हैं, उनके बारे में जानकारी दी जा सके. इसके तरह अभियान चलाकर उनके अधिकारों व कर्तव्यों के बारे में जागरूक किया जाएगा.
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किया एक लाख से अधिक लड़कियों को प्रशिक्षित
जनपद के 501 विद्यालयों में शुरू किए गए इस कार्यक्रम के माध्यम से जनपद की एक लाख से अधिक लड़कियों को प्रशिक्षित किया जाएगा. उन्हें एक रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे वह लड़कियों और बालिकाओं को शिक्षा हिंसा कैरियर के साथ-साथ अधिकारों व कर्तव्यों के बारे में जागरूक कर सकें.
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महिलाओं को अपनी लड़ाई लड़ने के लिए किया प्रेरित
'बधाई हो बिटिया पैदा हुई' कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को महिला हिंसा सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण के बारे में जागरूक करना है. ताकि वह और लड़कियों छात्राओं को जागरूक कर सकें. वह अपने क्षेत्र की बड़ी संख्या में छात्राओं, महिलाओं को पुलिस व केंद्र सरकार की चलने वाली महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में जानकारी दें. इसे महिला हिंसा, महिला अधिकार और महिला सशक्तिकरण की लड़ाई लड़ सकेंगी. साथ ही बहुत सी लड़किआ हैं जो महिलाओं को महिला अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित कर करेंगी.
सरकार जो अभियान चला रही है वह अच्छी मुहिम है. इसे लोगों को जागरूक करने में मदद मिलेगी. गांव के क्षेत्र में सरकार की योजनाओं को पहुंचाना चाहिए क्योंकि वहां के लोग बेटियों की कीमत नहीं समझ रहे हैं.
-शिवांगी सिंह, छात्रा