अलीगढ़: जिले में बेसहारा और आवारा गायों की सुरक्षा को लेकर सरकार खूब जतन कर रही है. जिला प्रशासन भी गोरक्षा के लिए नोटिस जारी कर रहा है, लेकिन जमीन पर गायों की तीमारदारी सिर्फ छलावा साबित हो रही है. कड़ी धूप में गोवंश भूख और प्यास से तड़प रही हैं. पिछले दिनों पिसावा की गोशाला में कई गायों की मौत हो गई थी. वहीं टप्पल के जट्टारी स्थित गोशाला में भी चारे की व्यवस्था नहीं होने से गोवंश की मौत हो गई.
- जिले में गोरक्षा को लेकर सरकार के दावों की पोल खुल गई है.
- अवारा व बेसहारा गायों के लिए गोशाला की व्यवस्था नहीं है.
- जिलाधिकारी का कहना है कि 11 रजिस्टर्ड गोशालाएं है और 11 अनरजिस्टर्ड गोशालाएं है.
- उन्होंने कहा कि 165 गो सेवा केंद्र ग्राम पंचायतों के माध्यम से बनाए गए हैं.
- गोवंश की रक्षा और उनके भरण-पोषण के लिए शासन द्वारा पंजीकृत गोशालाओं को सीधे धनराशि भेजी जा रही है.