अलीगढ़ः जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. शहर के जमालपुर इलाके में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कूड़ेदान में कोविड-19 टीकाकरण की 29 लोडेड सिरिंज मिली है. सीएमओ भानुप्रताप सिंह कल्याणी ने एसीएमओ स्तर की दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच के आदेश दिए हैं. को-वैक्सीन से भरी हुई सिरिंज मिलने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है.
ये है पूरा मामला
दरअसल, अलीगढ़ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के जमालपुर स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 18 से 44 साल के लोगों को कोविड का टीका लग रहा था. वहां पर एएनएम नेहा खान लोगों का टीकाकरण कर रही थीं. स्वास्थ्य केंद्र के दूसरे स्टॉफ का आरोप है कि नेहा खान टीका करने के बजाय लोडेड सिरिंज की पिन तोड़कर कूड़े में फेंक रही थीं. स्टॉफ ने उनसे ऐसा न करने का निवेदन किया, तो उन्होंने कहा कि मेरा मूड खराब है. इसके बाद वो वहां से चली गईं. इस तरह वहां 29 लोडेड सिरिंज कूड़ेदान में मिली है. जब ये मामला सीएमओ के संज्ञान में आया, तो उनके भी होश फाख्ता हो गए.
कूड़ेदान में फेंकी गई 29 लोडेड सिरिंज इसे भी पढ़ें- दांव पड़ा उल्टा, पुलिस को फंसाने में खुद फंसा रंजीत
वहीं इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए आरोपी एएनएम नेहा खान ने बताया कि मैं अपने 10:15 बजे ड्यूटी करने आई थी. इस दौरान मैंने 10 से 15 वैक्सीनेशन किए थे और उसके बाद कंप्यूटर पर बैठ गई. 3 बजे खाना खाने चली गई और जब मैं लौटकर आई उस वक्त कोई बात नहीं थी. जब मैं 4:30 बजे घर चली गई तो उसके बाद 6:30 बजे खबर मेरे पास आई कि ऐसा हुआ है. कूड़े में सिरिंज मिली है. नेहा खान का कहना है कि उन्होंने 15 लोगों का टीकाकरण किया था. मेरे साथ षड्यंत्र रचा जा रहा है और मुझे फंसाया जा रहा है. मैं जमालपुर यूपीएचसी पर हूं. मेरी वहां पर ड्यूटी नहीं थी, मुझे चीफ फार्मासिस्ट ने रोका था.
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अलीगढ़ के सीएमओ डॉक्टर भानु प्रताप कल्याणी ने बताया कि यह जमालपुर स्वास्थ्य केंद्र का मामला है और शनिवार को संज्ञान में आया था. सोमवार को हमने कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए हैं. कुल मिलाकर 29 सिरिंज मिली है. जिसकी जांच की जा रही है, दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.