अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में सोशल एक्टिविस्ट जैद पठान की गिरफ्तारी को लेकर छात्रों ने आक्रोश जताया और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. छात्रों ने जैद पठान को रिहा किए जाने की मांग को लेकर मौलाना आजाद लाइब्रेरी से बाबा सैयद गेट तक विरोध मार्च निकाला और छात्रों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को दिया है. जिसमें सोशल एक्टिविस्ट जैद पठान, मौलाना कलीम सिद्धकी, सिद्दीकी कप्पन को जेल से रिहा किए जाने की मांग की है.
छात्रों का कहना है कि सिर्फ रिलीजन के आधार पर एक समुदाय के लोगों को टारगेट किया जा रहा है. सीएए- एनआरसी के बाद जो सोशल एक्टिविस्ट जुल्म और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाते है. उनको जेलों में भर दिया जा रहा है.
एएमयू छात्रों ने कहा कि जिन को जेलों में भरना चाहिए, उनको नहीं भरा जा रहा है. छात्रों ने कहा कि देशभर में नूपुर के बयान को लेकर आग लग गई, लेकिन उनको जेल नहीं भेजा गया. नरसिंहा नंद को जेल में होना चाहिए था, लेकिन बाहर घूम रहा है. वहीं, जो व्यक्ति तिरंगे का सम्मान करता है और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होना चाहता था. उसे जेल में बंद कर दिया गया. छात्रों ने सरकार से सवाल उठाते हुए कहा कि क्या सिर्फ उमर खालिद, शरजील इमाम, जैद पठान मुल्जिम है. क्या नूपुर शर्मा मुलजिम नहीं है.