अलीगढ़: एएमयू में बाबे सैयद गेट पर धरना दे रहे छात्रों को हटाने के लिए प्रॉक्टर टीम ने हाईकोर्ट के निर्देश का बैनर लगाया तो छात्रों ने हाथों में इंची टेप लेकर कुलपति कार्यालय से बाबे सैयद गेट तक की दूरी नाप डाली. दरअसल, छात्र नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरने पर बैठे हैं और एएमयू प्रशासन इन्हें हटाने के लिए कई बार प्रयास कर चुका है.
AMU की प्रॉक्टर टीम ने हाईकोर्ट के निर्देश का लगाया बैनर. एएमयू प्रशासन ने छात्रों को हाईकोर्ट के निर्देश का भय भी दिखाया, जिसमें छात्रों को कुलपति कार्यालय और एएमयू के प्रशासनिक भवन के 100 मीटर के दायरे में धरना प्रदर्शन करने पर पाबंदी की बात कही गई है.
25 दिन से बाबे सैयद गेट पर धरने पर बैठे हैं छात्र
इस मामले में छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट के वकील से भी बात की. एएमयू छात्रों ने इंची टेप लेकर कुलपति कार्यालय से 100 मीटर का दायरा नापा, लेकिन बाबे सैयद गेट सीमा तक नहीं आया. वहीं छात्रों ने पेंट लेकर सौ मीटर का दायरा मार्क कर दिया है. फिलहाल छात्र 25 वें दिन भी धरने पर बैठे रहे.
एएमयू ने बाबे सैयद गेट पर धरना दे रहे छात्रों पर अवैध जगह पर बैठने का आरोप लगाया था. इस बात की सच्चाई जानने के लिए छात्रों ने इंची टेप लेकर एएमयू के प्रशासनिक ब्लॉक से बाबे सैयद गेटतक की दूरी नाप डाली. छात्रों का कहना है कि जिस जगह पर बैठकर धरना दे रहे हैं, वह सौ मीटर के दायरे में नहीं आती है. इसके अलावा छात्रों ने बताया कि 100 मीटर का दायरा केवल एटीएम तक ही आता है. एएमयू छात्रों ने दूरी नाप कर बता दिया कि वह लीगल तरीके से धरना दे रहे हैं.
एएमयू प्रशासन की तरफ से धरने पर बैठने वाले 56 छात्रों को नोटिस भेजा गया और आरोप लगाया गया कि वे कुलपति कार्यालय और प्रशासनिक भवन के 100 मीटर के दायरे में धरना प्रदर्शन करते हैं. एएमयू प्रशासन कोर्ट को भी गुमराह कर रहा है. जिस जगह छात्र धरने पर बैठे हैं, वहां तीन गेट हैं और लोग आसानी से आ जा सकते हैं.
इमरान जलाली, प्रवक्ता, एएमयू छात्र कॉर्डिनेशन कमेटी