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AMU छात्र शादाब एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित - शादाब एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र मोहम्मद शादाब को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया है. शादाब एक एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत अमेरिका से छात्रवृत्ति मिलने पर हाई स्कूल की पढ़ाई के लिए गए थे, जिसके बाद उन्होंने अमेरिका में हाईस्कूल टॉप भी किया.

अमेरिका में हाई स्कूल टॉप करने वाले AMU छात्र शादाब एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित
अमेरिका में हाई स्कूल टॉप करने वाले AMU छात्र शादाब एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित

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Published : Mar 14, 2021, 11:26 AM IST

अलीगढ़ : अमेरिका में पढ़ाई में अव्वल आने के बाद एएमयू के छात्र मोहम्मद शादाब का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. सबसे अधिक समय तक समाज सेवा करने के लिए शादाब को यह सम्मान दिया गया है. इससे पहले प्रधानमंत्री ने बाल पुरस्कार सम्मान से नवाजा था. वहीं पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ बुलाकर सम्मानित किया था. शादाब को 51 हज़ार रुपये, एक टेबलेट व किताब उपहार में दी थी. शादाब ने 191 घंटे लगातार कम्युनिटी सर्विस की और भारतीय संस्कृति पर 50 से अधिक प्रस्तुति दी है. शादाब एक मोटर मकैनिक के पुत्र हैं. जो अनूपशहर रोड स्थित जमालपुर में रहते हैं.

जानकारी देते मोहम्मद शादाब
'बेटा-बेटी एक समान' प्रोजेक्ट पर काम कर रहे शादाब
शादाब को पिछले साल अमेरिका की बेलफास्ट स्कूल की तरफ से 28 हज़ार डॉलर की छात्रवृत्ति मिली थी, जिसके तहत शादाब अमेरिका पढ़ाई के लिए गए थे और वहां हाई स्कूल में टॉप किया था. इसके साथ ही इंटरनेशनल स्टूडेंट ऑफ मंथ का खिताब भी हासिल किया. शादाब अब महिला सशक्तिकरण और लड़कियों की शिक्षा पर काम कर रहे हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अभियान की सराहना की है. शादाब बेटा-बेटी एक समान प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं.
AMU छात्र शादाब एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मानित
मानव अधिकारों पर काम करना चाहते हैं
शादाब सिविल सेवा में जाकर समाज की सेवा करना चाहते हैं. वे बड़े स्तर पर भी जाना चाहते हैं, जिससे अपने देश का ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के मानव अधिकारों पर काम कर सकें. अपनी सफलता का श्रेय शादाब मां जरीना को देते हैं. साथ ही अपने एएमयू के स्कूल मिंटो सर्किल के शिक्षकों को भी याद करते हैं. शादाब कक्षा 9 तक की पढ़ाई उर्दू माध्यम से पूरी की थी. वहीं एक एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत अमेरिकी छात्रवृत्ति मिलने पर हाई स्कूल की पढ़ाई अमेरिका में कर टॉप किया है.

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