अलीगढ़: ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे देश के लिए एएमयू (AMU) के इंजीनियरिंग के छात्रों ने ऐसा यंत्र बनाया है, जिससे हवा से 91 प्रतिशत ऑक्सीजन बनाई जा सकेगी. कोरोना मरीजों के लिए यह यंत्र संजीवनी की तरह काम कर रहा है. जिला कोविड अस्पताल में इसका परीक्षण भी किया जा चुका है. इसमें प्रयोग होने वाले जियोलाइट मटेरियल की कमी इंजीनियरिंग के छात्रों को परेशान कर रही है. हांलाकि बिजली की मदद से चलने वाली ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर से 91 प्रतिशत से ज्यादा ऑक्सीजन पैदा की जा रही है.
PSA तकनीक से अलग करते हैं नाइट्रोजन
ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय से पढ़े 5 इंजीनियरों की टीम ने ऑक्सीजन बनाने का एक कामयाब कंस्ट्रेटर बनाया है. जो हवा में मौजूद 21 प्रतिशत ऑक्सीजन को सीधे 91 प्रतिशत ऑक्सीजन में कंनवर्ट कर देती है. यह प्रेशर स्विंग ऐड्सॉर्प्शन (PSA) तकनीक पर काम करता है. हवा में मौजूद 78 प्रतिशत नाइट्रोजन को ऑक्सीजन से अलग करती है और 21 प्रतिशत ऑक्सीजन को 91 प्रतिशत तक बढ़ा देता है. इसमें महत्वपूर्ण एलीमेंट जियोलाइट है जो नाइट्रोजन को रोक कर ऑक्सीजन पैदा करती है.