उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

By

Published : Sep 17, 2020, 1:42 AM IST

ETV Bharat / state

राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर हो सकता है AMU का सिटी हाईस्कूल, जानिए वजह

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के सिटी हाईस्कूल का नाम भविष्य में बदलकर राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर हो सकता है. इसके लिए राजा के प्रपौत्र ने जमीन के बदले स्कूल का नाम राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर रखने की मांग की है.

बदल सकता है सिटी हाई स्कूल का नाम.
बदल सकता है सिटी हाईस्कूल का नाम.

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का सिटी हाईस्कूल भविष्य में राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम से जाना जा सकता है. विश्वविद्यालय की एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में सिटी हाईस्कूल का नाम राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर रखने के लिए एएमयू कुलपति को अधिकृत किया गया है. कुलपति कमेटी बनाकर सिटी हाईस्कूल का नाम बदलने का फैसला लेंगे. बताया जाता है कि कोल तहसील के पास जीटी रोड पर जिस जमीन पर सिटी हाईस्कूल बना है, वह राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने 90 साल की लीज पर दी थी. अब समय खत्म हो चुका है. ऐसे में राजा के प्रपौत्र चरण प्रताप सिंह ने जमीन के बदले राजा के नाम पर स्कूल का नाम रखने की मांग रखी है.

बदल सकता है सिटी हाईस्कूल का नाम.

बताया जाता है कि राजा के प्रपौत्र चरण प्रताप सिंह ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को एक प्रस्ताव दिया था, जिसमें कहा गया था कि तहसील स्थित जीटी रोड के पास जमीन पर सिटी हाईस्कूल बना हुआ है, जिसकी लीज खत्म हो गई है. उनके दादा ने इसे एएमयू को 90 साल की लीज पर दिया था. लीज के हिसाब से एएमयू जमीन वापस करे, अन्यथा दादा राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर स्कूल का नाम रखे. जानकारी के अनुसार, स्कूल के पीछे तिकोना मैदान की जमीन भी राजा महेंद्र प्रताप द्वारा दी गई है, जो इस समय खाली पड़ी है. इस जमीन को एएमयू वापस कर सकती है.

राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर जारी टिकट.

जानकारी के अनुसार, तहसील के पास जीटी रोड पर राजा महेंद्र प्रताप द्वारा दी गई जमीन की कीमत आज करोड़ों में है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का संपत्ति विभाग इस जमीन के संबंध में लीज के प्रावधानों का अध्ययन करने में जुट गया है. बता दें, राजा महेंद्र प्रताप द्वारा दी गई जमीन पर साल 1928 में सिटी हाईस्कूल की स्थापना हुई थी.

एएमयू से राजा महेंद्र प्रताप का है गहरा नाता

जानकार बताते हैं कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह सर सैयद द्वारा स्थापित मोहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज के 1895 में छात्र रहे थे. मुरसान नरेश राजा महेंद्र प्रताप सिंह का एएमयू से गहरा नाता रहा है. उन्होंने एएमयू से 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की. बीए करने के दौरान ही वह चले गए. उसके बाद 1914 में वह अफगानिस्तान चले गए और वहीं उन्होंने अपदस्थ सरकार बनाई. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1946 में आजादी से कुछ दिन पहले वह भारत आ गए थे. राजा महेंद्र प्रताप ने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा देश के बाहर ही गुजारा. एएमयू इंतजामियां ने 7 जनवरी 1977 को मोहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज के सालाना जलसे में राजा महेंद्र प्रताप सिंह को बतौर मुख्य अतिथि बुलाया था और उन्हें सम्मानित भी किया था. राजा महेंद्र प्रताप की मृत्यु 29 अप्रैल सन 1979 में हो गई थी.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जनसंपर्क विभाग के सहायक मेंबर इंचार्ज राहत अबरार ने बताया कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने दो टका सालाना के हिसाब से 90 साल के लिए एएमयू को जमीन लीज पर दी थी. लीज अब खत्म हो गई है. राहत अबरार के अनुसार, एएमयू अपने पूर्व छात्र यानी राजा महेंद्र प्रताप के नाम को भुलाना नहीं चाहती है. उनके नाम पर स्कूल का नाम होना लगभग तय माना जा रहा है. सिटी हाईस्कूल प्रतिष्ठित स्कूल है और एएमयू से जुड़ा हुआ है. राजा महेंद्र प्रताप सिंह द्वारा दी गई जमीन की कीमत आज के सर्किल रेट के हिसाब से 55 करोड़ रुपये से भी अधिक बताई जा रही है.

इसे भी पढ़ें-यूपी की सभी आठ सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी बसपा, सपा-कांग्रेस में बेचैनी

ABOUT THE AUTHOR

...view details