अलीगढ़ : अलीगढ़ में प्रस्तावित धर्म संसद को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों ने प्रशासन से मांग की है कि धर्म संसद के आयोजन की अनुमति न दी जाए. इसके साथ ही हरिद्वार की धर्म संसद में हेट स्पीच देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने धर्म संसद के विरोध में प्रोटेस्ट मार्च निकाला. प्रोटेस्ट मार्च डक पॉइंट से बाबे सैय्यद गेट तक निकला. इस मौके पर छात्रों ने सीएम योगी और पीएम मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
छात्रों ने बताया कि 27 दिसंबर को उत्तराखंड में धर्म संसद में मुसलमानों को टारगेट किया गया. मुसलमानों को मारने की बात कही गई. ऐसा कहने वालों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई. छात्रों ने कहा कि गांधीजी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज के खिलाफ कार्रवाई होती है लेकिन जिन्होंने धर्म संसद में 'हेट स्पीच' दी उनके खिलाफ उत्तराखंड सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की गई है. छात्र सलमान ने कहा कि देश की सरकार इतनी कमजोर हो गई है कि आरोपियों को अब तक जेल के पीछे नहीं भेजा गया है.
सलमान ने कहा कि शरजील इमाम की बात आती है तो यूएपीए लग जाता है लेकिन धर्म संसद में जो मुसलमानों के लिए नफरत भरी बातें कही गई उसको उत्तराखंड बीजेपी ने गंभीरता से नहीं लिया है. सलमान ने कहा कि हेट स्पीच देने वालों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. कहा कि 23 जनवरी को अलीगढ़ में धर्म संसद होने जा रही है. छात्रों ने इस पर रोक लगाने की मांग की है.