अलीगढ़: जिले में कृष्णांजलि सभागार में किसान जागरूकता मेला का आयोजन किया गया. इस आयोजन में किसानों को परम्परागत खेती छोड़कर औद्यानिक खेती की ओर कदम बढ़ाएं. प्रधानमंत्री का संकल्प है कि 2022 तक किसानों की आय में दोगुनी वृद्धि की जाए, जिसके परिप्रेक्ष्य में सरकार द्वारा किसानों के हितलाभ के लिए विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है. समय-समय पर मण्डल और जनपद के साथ विकास खण्ड और न्याय पंचायत स्तर पर भी किसान जागरूकता गोष्ठियों, मेलों का आयोजन किया जा रहा है.
अलीगढ़: किसान जागरूकता मेले में पराली नहीं जलाने की दी गई चेतावनी - alert given not to burn stubble in farmer awareness fair
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में किसान जागरूकता मेला का आयोजन किया गया. इस मेले में किसानों को वैज्ञानिक विधि एवं नवीन तकनीकी से खेती करने के सुझाव दिए गए. साथ ही पराली न जलाने की दी चेतावनी गई.
इन मेलों और गोष्ठियों में किसान की उत्पादकता में वृद्धि हो और लागत में कमी आए. इसके लिये कृषि वैज्ञानिकों एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा खेती के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन करने के साथ वैज्ञानिक विधि एवं नवीन तकनीकी से खेती करने के सुझाव दिए जा रहे हैं.
किसानों के लिए लगाए गए जानकारी स्टाल
इस जागरूकता कार्यक्रम में बताया गया कि किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए 30 नवम्बर तक आवेदन पत्र भरें. कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से किसानों को जैविक खेती की तरफ आकर्षित करने तथा रासायनिक उर्वरा का कम से कम प्रयोग करने के बारे में जानकारी प्रदान की गई. वहीं किसानों के लिए जानकारी स्टाल भी लगाये गए.
यदि भोजन, पानी और हवा स्वच्छ नहीं रहेगी, तो हमारा जीवन संकट में आ जाएगा. इसलिये हम सभी को जागरूक नागरिक होने का परिचय देते हुए ऐसा कोई कार्य न करें, जिससे पर्यावरण दूषित हो. किसान पराली न जलाएं, शासन-प्रशासन इस कृत्य पर गंभीर है. दोषी किसानों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
-चंद्र भूषण सिंह , जिलाधिकारी