अलीगढ़: एक युवक जिसके दिव्यांग होने के बाद भी उसके जीने का हौसला कम नहीं हुआ. व्हील चेयर बॉस्केटबॉल व क्रिकेट के खेलों में भाग लेकर एक अलग मुकाम बना रहा है. अमिल अमरावत अलीगढ़ से एकमात्र खिलाड़ी हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर व्हील चेयर बास्केटबॉल प्रतियोगिता में भाग ले चुके हैं.
एक दिव्यांग का हौंसला जो पैरा एथलेटिक्स खेल में रच रहा इतिहास
अलीगढ़ जिले के अनिल अमरावत ने अपने हौंसले और जज़्बे से एक मिसाल कायम की है. राज्य स्तरीय बास्केटबाल के खिलाड़ी यह पहले रह चुके हैं. 2016 में चोट लगने के कारण पैरालिसिस से ग्रस्त अनिल ने फिर से हौंसला दिखाया. अब वह पैरा एथिलिटिक्स में भाग लेने को पूरे जुनून के साथ तैयार हैं.
अनिल अमरावत के हौंसले ने रचा इतिहास
अनिल अमरावत की रीढ़ का स्पाइनल कॉर्ड डैमेज है, जिससे शरीर के नीचे का हिस्सा पैरालिसिस से प्रभावित है, लेकिन इस चोट से उबर कर अनिल ने पैरा एथलीट के रूप में जिंदगी में वापसी की है.
अनिल की कहानी-
- अनिल थाना दादो के नगला मछरिया गांव के रहने वाले हैं.
- 2016 में करंट लगने से अनिल तीसरी मंजिल से गिर गया था.
- रीढ़ की हड्डी टूटने से कमर के नीचे का हिस्सा पैरालिसिस से ग्रस्त हो गया.
- दिल्ली के बसंतकुंज स्थित इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर में इलाज कराया.
- ईलाज के दौरान ही पैरा गेम्स के बारे में पता चला.
- अनिल राष्ट्रीय स्तर पर पैरा बास्केटबॉल चैंपियनशिप में दिल्ली के टीम से खेल चुके हैं.
- पैरा एथलेटिक्स गेम में भाग लेते हुये दिल्ली व हैदराबाद की टीम में चयन हुआ है.